पोटाश की अधिकता वाली खाद
(१) जिस खाद में नाइट्रोजन और फास्फोरस की मात्रा कम और पोटाश की अधिकता हो।यह खाद सेवार से मिलती है।
(२) नाइट्रोजन-- यूरिया पौधों की वृद्धि के लिए अच्छी होती है। इसके अधिकता से पौधों और मिट्टी को हानि भी हो सकती है। इसका उपयोग सम्भल कर करनी चाहिए।
नाइट्रोजन की अधिकता वाली खाद
(१) गोबर खाद (२) खल्ली हर प्रकार की (३) कम्पोस्ट (४) मानव या पशु के मल- मूत्र (५) हरे या सूखे पत्ते की खाद (६) पक्षियों के मल।
(१) अमोनियम सल्फेट (२) अमोनियम क्लोराइड (३) कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट (४) कैल्शियम साइनेमाईट (५) यूरिया (६) सोडियम नाइट्रेट
(१) अमोनियम सल्फेट- इसमें २०.६ भाग नाइट्रोजन का होता है, यह पानी में घुलनशील है। जिन पौधों की जड़ें गहरी नहीं जाती उनके लिए अच्छी होती है।
(२) अमोनियम क्लोराइड-- इसमें नाइट्रोजन की मात्रा २६ प्रतिशत होती है।
(३) यूरिया-- आज यूरिया के नाम से सभी परिचित है। इसमें ४५ भाग नाइट्रोजन का होता है। यह पौधों की वृद्धि के लिए अच्छी होती है।
(४) सोडियम नाइट्रेट-- इसमें १५.६ भाग नाइट्रोजन होता है ,जल में घुलनशील है। पौधों को बढ़ने बढ़ने में मदद करता है।
(५) कैल्शियम साइनेमाइड-- इसमें २२ प्रतिशत नाइट्रोजन होता है। बहुत सी फसल जैसे गेहूं,धान,गन्ना मूंगफली के लिए अच्छी होती है।
नोट-- नाइट्रोजन खाद की अधिकता से पौधों की वृद्धि अच्छी होती है लेकिन पौधों में फूफूंद लगने की आशंका रहती है। साथ ही फसलों में दानों की कमी हो सकती है। कभी कभी फसल पकने में अधिक समय लग सकता है।
(२) फास्फोरस वाली खाद-- इस खाद के उपयोग से फल-फूल अधिक और स्वस्थ आते है।
(३) पोटेशियम खाद-- यह खाद पौधों के तनों को मजबूत करता है। पौधों में बिमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ता है। पौधों में सर्करा और स्टार्च की मात्रा बढ़ा देता है।
(१) जिस खाद में नाइट्रोजन और फास्फोरस की मात्रा कम और पोटाश की अधिकता हो।यह खाद सेवार से मिलती है।
(२) नाइट्रोजन-- यूरिया पौधों की वृद्धि के लिए अच्छी होती है। इसके अधिकता से पौधों और मिट्टी को हानि भी हो सकती है। इसका उपयोग सम्भल कर करनी चाहिए।
नाइट्रोजन की अधिकता वाली खाद
(१) गोबर खाद (२) खल्ली हर प्रकार की (३) कम्पोस्ट (४) मानव या पशु के मल- मूत्र (५) हरे या सूखे पत्ते की खाद (६) पक्षियों के मल।
(१) अमोनियम सल्फेट (२) अमोनियम क्लोराइड (३) कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट (४) कैल्शियम साइनेमाईट (५) यूरिया (६) सोडियम नाइट्रेट
(१) अमोनियम सल्फेट- इसमें २०.६ भाग नाइट्रोजन का होता है, यह पानी में घुलनशील है। जिन पौधों की जड़ें गहरी नहीं जाती उनके लिए अच्छी होती है।
(२) अमोनियम क्लोराइड-- इसमें नाइट्रोजन की मात्रा २६ प्रतिशत होती है।
(३) यूरिया-- आज यूरिया के नाम से सभी परिचित है। इसमें ४५ भाग नाइट्रोजन का होता है। यह पौधों की वृद्धि के लिए अच्छी होती है।
(४) सोडियम नाइट्रेट-- इसमें १५.६ भाग नाइट्रोजन होता है ,जल में घुलनशील है। पौधों को बढ़ने बढ़ने में मदद करता है।
(५) कैल्शियम साइनेमाइड-- इसमें २२ प्रतिशत नाइट्रोजन होता है। बहुत सी फसल जैसे गेहूं,धान,गन्ना मूंगफली के लिए अच्छी होती है।
नोट-- नाइट्रोजन खाद की अधिकता से पौधों की वृद्धि अच्छी होती है लेकिन पौधों में फूफूंद लगने की आशंका रहती है। साथ ही फसलों में दानों की कमी हो सकती है। कभी कभी फसल पकने में अधिक समय लग सकता है।
(२) फास्फोरस वाली खाद-- इस खाद के उपयोग से फल-फूल अधिक और स्वस्थ आते है।
(३) पोटेशियम खाद-- यह खाद पौधों के तनों को मजबूत करता है। पौधों में बिमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ता है। पौधों में सर्करा और स्टार्च की मात्रा बढ़ा देता है।
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