रास्ते भर मैं सुबोध/ सुधीर के बारे में ही सोचती रही। उसका मुरझाया हुआ चेहरे ने मुझे अजीब सी बेचैनी भर दी थी।घर आने पर भी उसी का ख्याल। समझ नहीं पा र…
Read moreसमय अपनी गति से पंख लगाकर उड़ता रहा।धीरे- धीरे दूरी रिश्तों को धूंधला कर देती है। शुरु में मैं भी अॉफिस में बैठे -बैठे मां जी को फोन लगा लिया करती थ…
Read moreआज हास्पिटल से मेरी छुट्टी होने वाली थी, मांजी का चेहरा यह सुनकर उतर सा गया। मैंने उनसे कहा आप भी जल्द ठीक होकर घर आ जाएं।मैंने आपसे घर का पता ले लि…
Read moreसच कहती हूं बेटे दादी बनने की खबर ने मुझे वह खुशी दी जिसे व्यक्त नहीं कर पा रही मैं, मुझे उस दिन समझ लगी मां बनने की खुशी से भी बढ़कर दादी बनने की ख…
Read moreमैं अस्पताल में पड़ी थी। मेरे बगल वाले बेड पर एक बुजूर्ग महिला लेटी थी। दो दिन तक उससे मिलने कोई नहीं आया था।मैं आश्चर्यचकित थी। सोचती कोई तो होगा ज…
Read moreजाना था तो तुमको बताकरचले जाते। मेरा कसूर मुझको गिनाकर चले जाते। सजा मिली जो मुझको हर आंखों पर। मेरा गुनाह मुझको बताकर चले जाते। तेरे इंतज़ार मै…
Read moreआप इसे कहानी भी समझ सकते हो और नहीं भी। कहानी के दो मुख्य पात्र हैं भुवन और शोभा। जाहिर है कहानी है तो एक लड़का और एक लड़की ही होगें। दोनों के घर …
Read moreन जाने किसकी दुआ लगी,जो तुम तक ले आई मुझे। अब तकल्लूफ कैसी तू न सही, मैं तो तेरे साथ सनम। मुझे तेरी ख्वाहिश भी नहीं, तूझे तेरी चाहत भी नहीं। तू…
Read moreशीर्षक देखकर लग रहा है चंदू के चाचा ने चंदू की चाची को....... चटाई, सुना रही हूं। ऐसी बात नहीं है मेरी अपनी चाची वो भी इकलौटी गांव से शहर यानि मेरे …
Read moreआखों-आखों में न जाने क्या कुछ पिला दिया उसने। न मुझे अपनी ही खबर , रही न ज़माने का डर रहा। बेगाना समझता ही रहा वह शख्स मुझे। जिसके लिए मैंने जमा…
Read moreसिमला मिर्च को कई नामों से जाना जाता है कैप्सिकम,बेल पेपर।यह ठंडी जगह में अच्छी चलती है। घर में खानेवाले बीज से भी सूखाकर पौधा बना सकते हैं।इसे सेप्…
Read moreचांद सितारों की बात न करो । प्यार, मुहब्बत की बात न करों। अजीब माहौल शहर का है इन दिनों। हंसकर हंसकर तुम यू बात न करों। खुशी महलों की अमानत है…
Read moreहाउबरथिया एक सकुलेन्ट है । इसकी अनेकों वेराइटी आपको मिलेगें। इसके उपर लाईन बने होते हैं जिससे इसे जेब्रा प्लान्ट भी कहो है। (१) इसे आप घर अॉफिस में…
Read moreआज एक बेहद खूबसुरत प्लान्ट मुसंडा की जानकारी शेयर करती हूं। यह ट्रोपीकल सब ट्रोपीकल प्लान्ट है जो फूलों से लद जाता है। इसके फूल लाल,गुलाबी उजले क्री…
Read moreजी हां आपने सुना है कोई जानवर को शादी करते , नहीं न । यह तो मानव को ही सौभाग्य पर्याप्त है कि उसे शादी जैसा सुअवसर मिलता है। वह भी आपका महासौभाग्य ह…
Read moreआज कुछ कहा नहीं ,आज कुछ सुना नहीं । मुझको पंख लग गए उड़ती रही उड़ती रही । बहुत दूर आकाश था ,पंख मेरे पास था । पंख भी थका नहीं आकाश भी मिला नहीं। …
Read moreआज दुर्गा पूजा का दूसरा दिन था । अष्टमी तो भाईजी ने मेरे आंख से काजल हटवाकर बर्बाद ही कर दी थी। आज नवमी पूजा था, समझ नहीं आ रहा था आज जाने को मिलेगा…
Read moreनींबू का प्लान्ट की कुछ जानकारी मैं आपसे शेयर कर रही हूं। इसे आप जमीन और गमले में लगा सकते हैं। मैं कोशीश करूंगी जो प्रदशर्न आपके आते हैं उनके ज़बाब…
Read moreसबका जाना पहचाना पौधा तुलसी । हर घर बगीचे में पाया जाता है। जिसके पत्ते ,बीज ,जड़ सभी दवा के रूप में उपयोग किए जाते हैं। मेरे पास बार-बार बार यह प्…
Read moreगर्मी छुट्टी और गांव, दो खुशी एक साथ आती । छुट्टी होते पूरे एक महीने मौज मस्ती के। संयुक्त परिवार के मजे ही कुछ अलग होते हैं। अपनी - अपनी रोजी रोटी …
Read moreसबका जाना पहचाना पौधा तुलसी । हर घर बगीचे में पाया जाता है। जिसके पत्ते ,बीज ,जड़ सभी दवा के रूप में उपयोग किए जाते हैं। मेरे पास बार-बार बार यह प्…
Read moreसबका जाना पहचाना पौधा तुलसी । हर घर बगीचे में पाया जाता है। जिसके पत्ते ,बीज ,जड़ सभी दवा के रूप में उपयोग किए जाते हैं। मेरे पास बार-बार बार यह प्…
Read moreबहुत दूर तक आ गई मैं तेरे साथ चलते-चलते । थक गई हूं अब मैं बहुत तेरा मनुहार करते-करते। माना कि बहुत प्यारा था अजीज बहुत था। रिश्तों की लाशे अब ढ…
Read moreअपने बचपन में एक पौधों से बहुतों ने खेला होगा,जिसे शर्मीली या लाजवंती भी कहते हैं। यह पौधा छूने से अपनी पत्तियों को बंद कर लेता है।कुछ देर बाद फिर स…
Read moreकचनार अॉरनामेंटल प्लान्ट है। कचनार ट्रोपिकल सब ट्रोपिकल जगह में होने वाला प्लान्ट है। यह peas फेमिली का है इसमें फल्लिया आती है।कचनार इंडिया और पाकि…
Read moreतेरे जिन हाथों ने शिशु को जमीन पर उतारा । उन हाथों ने धरा को जन्नत बनाने की ठानी है। तेरे हाथों में खुदा ने कितनी बरकत दी है । हर शिशु पहला सांस …
Read moreहरसिंगार ,परिजात अनेक नामों से जाना जाता है जिस फूल वाले पौधे को आज उससे परिचित होते हैं। यह रात में खिलने वाला अतिसुगंधित फूलों वाला वृक्ष है। इसके…
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