Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

तुलसी

सबका जाना पहचाना पौधा तुलसी । हर घर बगीचे में पाया जाता है। जिसके पत्ते ,बीज ,जड़ सभी दवा के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
मेरे पास बार-बार बार यह प्रश्न आते हैं यह पौधा क्यों मर जाता है।
आप इस पौधे पर अनेकों कहानी सुने होगें। तुलसी को विष्णु जी से प्रेम हो गया ,उन्होंने विष्णु जी से शादी करने की जिद्द पकड़ ली। सभी ने बहुत समझाने की कोशीय की लेकिन तुलसी जी अपने जिद्द पर अड़ी रही। विष्णु जी को शादी करनी पड़ी।
विष्णु जी जब घर आए तो उनके साथ तुलसी जी को देखकर लक्ष्मी जी गुस्से में आ गई। लक्ष्मी जी ने तुलसी जी को घर के अंदर नहीं आने दिया। ऐसी मान्यता है इसी से तुलसी के पौधे आंगन में लगाए जाते। साथ ही लक्ष्मी जी ने श्राप भी दे डाली जहां तुम्हारी पुंछ न होगी वहीं तुम रहोगी ,जहां इज्जत मिलेगी वहां तू मर जाएगी।
अब जरा देखें कर्मों मरता तुलसी का पौधा ?
(१) हम कुछ ज्यादा ही प्यार कर लेते हैं ।घर के जितने भी सदस्य हैं एक एक लोटा पानी डाल देते। अब उसके जड़ तो सड़ेंगे ही ,पौधा को मरना ही है। आप तुलसी पर जल डाले लेकिन पानी के लिए नीचे एक बरतन रख दें। पानी कम दें अपनी तुलसी में।
(२) तुलसी के मरने का एक कारण उसका बीज भी है। आगे पौधे चाहिए तो बीज तो रानी भी पड़ेगी। जरुरत के लिए थोड़े बीज बनने दें। सारे बीज न रखें कुछ हटा दें ।आप जानते ही हैं बीज बनने में पौधे अपनी सारी शंकरजी समाप्त कर लेते हैं ।साथ ही बीज बनने के बाद उन्हें लगता है अब मेरा काम समाप्त हो गया। इस तरह पौधा खुद भी मर जाता है।
(३) तीसरा कारण मिट्टी है , आपने मिट्टी में बालू अधिक रखनी है यानि ४०% बालू ४०% मिट्टी बाकि के २०% गोबर की खाद और पत्ते की खाद दें।
(४) चूंकि आप कुछ खाद जैसे हड्डी की खाद नहीं देना चाहेगें। आप इसे केले के छीलके की खाद दें जिससे पौधे को अन्य आवश्यक तत्व मिल सकें।
इन सारी बातों पर अमल करें आपकी तुलसी की सालों तक बची रहेगी।

Post a Comment

0 Comments