धर्म-कर्म खानदान की दुहाई दोनों तरफ़ था। मुहब्बत में यह इम्तिहान जो हम-दोनों का था। खरीदारों की कमी ना थी हमारे शहर में मगर। वह ऐसा शख्स था जो बिकने…
Read moreखैरियत से मैं यहां हूं तुम वहां सुरक्षित रहना। हाथ गले मिले वगैर हरपल अपनों के साथ रहना। घर से बाहर निकलो अगर तो मास्क लगाएं रखना। सेनेटाइजर तुलसी अज…
Read moreतुम दूर रहो या पास रहो रिश्तों में प्यार भरपूर रहे। दूरी हो पर बस इतनी हो हर पल तेरा ही इंतजार रहे। उम्मीद रहे जो रिश्तों से वो उम्मीद सदा बरकरार रह…
Read moreगर्मी के दिनों में खेलने वाले फूलों के नाम जिसे एक बार लगा ले तो बार-बार नहीं लगाना पड़ता है। मौसमी फुल हर साल आपको लगाने पड़ते हैं लेकिन जो परमानें…
Read moreहम हारेंगे कुछ इस क़दर तुमसे यह वादा रहा। तुम जीत कर भी रो दोगे यह मेरा दावा रहा। जब भी अपने जीत की खुशी मनाओगे। आंसूओं को आंखों में छलकता पाओगे। आं…
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