साथ न सही मेरे आस- पास है तू। आंख बंद करू लगता है पास है तू। तू मेरी अरमान नही बस एहसास है तू। तू मेरी जिन्दगी न सही पर जान है तू। सोचता हूं त…
Read moreजानूं ना कब, क्यो और वो कैसे बिछड़ गए । कब, क्यो, कैसे का जबाब भी साथ ले गए। रात अंधेरी थी या दिन था उजियारा। नदी गवाह है या सागर का किनारा। …
Read moreअपने बगीचे मे लगाए इमपेसेन्स फ्लावर जिसके फूल सबका ध्यान अपनी ओर खींच लेगे। (1) कहां लगाए- बोर्डर या डिवाइडर के अलावा गमले मे भी लगा सकते है। (…
Read moreअपने घर में उगी सब्जियों की बात ही निराली है। जो खाने के साथ पेड़ों में लगे देखने में भी आंखों को भी ठंडक पहुंचाते हैं। आज महानगरों में लोगों के पास…
Read moreगर्मी हमारे साथ पौधों के लिए भी असहनीय हौती है। हर गार्डेनर चाहते हैं उनके पौधे स्वस्थ रहें। कुछ पौधे सीजनल नहीं होते हुए भी अत्यधिक गर्मी को सहन नह…
Read moreअवसाद शयद अवसरवाद का नतीजा है। एक ही बातो को सोचते हुए दुखी रहना, अकेलेपन पसंद आना हर समय मन मे निराशा का भाव, किसी काम मे मन का नही लगना, नींद न आन…
Read moreगर्मी हमारे साथ पौधों के लिए भी असहनीय हौती है। हर गार्डेनर चाहते हैं उनके पौधे स्वस्थ रहें। कुछ पौधे सीजनल नहीं होते हुए भी अत्यधिक गर्मी को सहन नह…
Read moreआज भाग दौड़ की जिंदगी में अवसाद सामान्य सी बात भले लगती हो लेकिन इसके प्रभाव बड़े खतरनाक हो सकते हैं। अवसाद के कारण:-- अवसाद के हजारों कारण हो सक…
Read moreआज होली के दो दिन बाद भी होली की खुमारी नही गई थी। बच्चो की मस्ती और गप्प साथ मे चाय की चुसकिया। सभी हंसी-मजाक के रंग मे डूबे थे। अतिथि कक्ष मे कुछ …
Read moreस्ट्राबेरी के पौधे को अगले साल के लिए बचाकर कैसे रखनी है । यह ग्रमी के लू से झूलस जाता है। थोड़ी सी देखभाल से यह पौधा आपको बार बार खरीदनी नहीं पड़ेग…
Read moreTakluff: ट्रिपल-होली-की- तीसरी- होली : एक साल बाद आनेवाली होली का इंतजार बच्चे बूढ़े जवान सबको रहता है। रंगो का यह पर्व उंच नीच, छोटा-बड़ा,अमीर-गरीब …
Read moreTakluff: ट्रिपल-होली-की- तीसरी- होली : एक साल बाद आनेवाली होली का इंतजार बच्चे बूढ़े जवान सबको रहता है। रंगो का यह पर्व उंच नीच, छोटा-बड़ा,अमीर-गरीब …
Read moreएक साल बाद आनेवाली होली का इंतजार बच्चे बूढ़े जवान सबको रहता है। रंगो का यह पर्व उंच नीच, छोटा-बड़ा,अमीर-गरीब का फासला मिटाते हुए सबको एक रंग मे रंग…
Read moreहमारे शहर का रिवाज है होली में सब एक-दूसरे के घर जाते रंग अबीर एक दूसरे को लगाते और जम कर पूआ दही वड़ा खाते। खुदा का शुक्र है यह रंगों भरा त्योहार …
Read moreससुराल की पहली होली यादगार बनकर रह गई। गांव में सुबह की होली यानि मिट्टी और गोबर का घोलकर बनाया गया, बेहतरीन फर्टीलाईजर। पौधों का भोजन इन्सान पर बु…
Read moreचाय बनाकर सोफे पर बैठकर हाथ मे नई कप पकड़ कर बैठते ही चाय से उठते धुंए के साथ मै भी उड़कर अपने बचपन मे पहुंच गई । गर्मी की छुट्टी मे पूरे एक महीने …
Read moreहमें गुस्सा बहुत आता है। अब आता है। दूसरों के गलती पर। वैसे कभी कभार अपने आप पर भी आ ही जाता। इसका मतलब साफ़ है गलती सभी से होती है। कभी अनजाने में…
Read moreआईए आपको दाश्ताने चुनाव सुनाती हूं। पुराने वादो को वो एक बार फिर दुहराते है। खुली आंखों मे सपने वो नई नई सजाते है। नेता जी जब चलकर आपके द्वार आते…
Read moreजिसके तारीफ के कसीदे पढ़ते रहे हम। उनकी बुराई जब देखा तो दिल दहल गया। पाकर मुस्कराना जानते हैं सभी। खोकर मुस्कराने के लिए जीगर चाहिए । दुआओ की…
Read moreएक इंजिनियर साहब को रंग -बिरंगे खूबसूरत पंक्षियो का बहुत शौक था। वे जब भी बाहर जाते कोई न कोई पंक्षी खरीद लाते। मेरा उनके यहां आना जाना अक्सर हुआ कर…
Read moreएक राजा था, उसके राज्य में सभी खुश थे। हीरे-जवाहरात की कोई कमी नहीं। खेत फसलों से लदे रहते थे। उसकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई थी। उसके हरम में एक …
Read moreTakluff: हम- किसके- वंशज- है-? : कभी इनको चुनते है कभी उनको चुनते है। चुनने के बाद अक्सर हम सर अपना धुनते है। हम किसके वंशज है हम उल्टा ही चुनते …
Read moreकभी इनको चुनते है कभी उनको चुनते है। चुनने के बाद अक्सर हम सर अपना धुनते है। हम किसके वंशज है हम उल्टा ही चुनते है ? पशुओ के आहार भी हम चट कर ज…
Read moreTakluff: महिला- दिवस- मुबारक : एक लड़की जो दो भाई के बीच पली । एकलौती बेटी, खूबसूरत मां-बाप की दुलारी। पढ़ाई मे अव्वल साथ मे घर के काम मे माहिर । आप…
Read moreएक लड़की जो दो भाई के बीच पली । एकलौती बेटी, खूबसूरत मां-बाप की दुलारी। पढ़ाई मे अव्वल साथ मे घर के काम मे माहिर । आप आश्चर्य न करे यह कोई कहानी नह…
Read moreTakluff: शहीद-के-समानार्थी-फूलो-की-बात-करे : वहां कोई चेहरा मायूस हो तो हो कैसे ? जहां फूलों को मुस्कराने की आहट हो । फूल खिलते हैं खिलकर मुरझा व…
Read moreTakluff: शहीद-के-समानार्थी-फूलो-की-बात-करे : वहां कोई चेहरा मायूस हो तो हो कैसे ? जहां फूलों को मुस्कराने की आहट हो । फूल खिलते हैं खिलकर मुरझा व…
Read moreवहां कोई चेहरा मायूस हो तो हो कैसे ? जहां फूलों को मुस्कराने की आहट हो । फूल खिलते हैं खिलकर मुरझा वो जाते हैं। मुस्कराने की अदा सबको सीखा वो जा…
Read moreTakluff: स्ट्राबेरी- की- पुरी- जानकारी : स्ट्राबेरी को आप अपने बगीचे मे लगाए। थोड़ी-बहुत देखभाल कर ढेरो फल पाए। (1) कैसे लगाए- यह जड़ से, बीज और अपन…
Read moreस्ट्राबेरी को आप अपने बगीचे मे लगाए। थोड़ी-बहुत देखभाल कर ढेरो फल पाए। (1) कैसे लगाए- यह जड़ से, बीज और अपने रनर से लगता है। (2) कब लगाए- अक्टूबर …
Read moreTakluff: हमने- सीख- लिया ? : अरे यह क्या हो गया ? हमें तो चांटे खाकर अपनी दूसरी गाल आगे बढानी आती थी। ऐसा लगता है अब हमने गाल आगे बढ़ाने की जगह चांटे…
Read moreTakluff: हमने- सीख- लिया ? : अरे यह क्या हो गया ? हमें तो चांटे खाकर अपनी दूसरी गाल आगे बढानी आती थी। ऐसा लगता है अब हमने गाल आगे बढ़ाने की जगह चांटे…
Read moreअरे यह क्या हो गया ? हमें तो चांटे खाकर अपनी दूसरी गाल आगे बढानी आती थी। ऐसा लगता है अब हमने गाल आगे बढ़ाने की जगह चांटे मारने सीख लिया। नम्रता को ब…
Read moreTakluff: धतूरा - के - बिमारियों -मे - उपयोग : धतूरा एक जहरीला पौधा है। इसे अक्सर हम अपने बगीचे में नहीं लगाते। इसके फूल उजले और लम्बे देखने में खूबसू…
Read moreधतूरा एक जहरीला पौधा है। इसे अक्सर हम अपने बगीचे में नहीं लगाते। इसके फूल उजले और लम्बे देखने में खूबसूरत होते हैं। हिन्दुओं के पूजा में इसके फल और …
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