Kal raat Maine sapne me jindagi ko dekha कल रात सपने में मैंने जिंदगी को देखा। बालों में उंगली फेर मुझे सुला रही थी। अरसों बाद आया मेरे दिल को करार। …
Read moreजाने कहां गई वो शरारतें। वो मीठी-मीठी सी चाहते। किताबें इश्क का पढ़ा पन्ना। सूखे गुलाब बार-बार सूंघना। संभाल कर पुस्तक में रखना। वो मीठी-मीठी सी प्य…
Read moreकिताबें इश्क में मैंने कुछ लिखा नहीं। क्या लिखूं क्या नहीं मुझे पता ही नहीं। मर्ज हमसे वो अपना कभी बताते नहीं। बताए वगैर हकीम इलाज करते ही नहीं। क्या…
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