अंधेरी कब्र में जब हम अकेले होगें । तुम्हारे यादों से ही वहां रोशनी होगी । काश इफ्तार में आप भी हमारे शामिल होते। आबाद रहने की दुआ आपने जो मांगी…
Read moreपिताजी वकालत करते थे , मैं और मेरा पूरा परिवार शहर में रहते थे। गांव से आना - जाना लगा रहता था। पर्व शादी हो या किसी अपनों की मौत हो बच्चों को करता …
Read moreरूक जाओ आंसूओं मैं मुस्कराने वाली हूं । अपने ग़म को तेरे दामन में छुपाने वाली हूं। जिन माटी के पुतले में अब भी ईमान बाकी है। मानवता से बड़ा न था…
Read moreजी हां आज मैं इसी पर बात करने जा रही हूं। ढेरों सवालात आ गए हैं आपके सबसे पहले मैं बता दूं मैं आपके हर सवाल का जवाब दूंगी लेकिन मुझे थोड़ी देर हो सक…
Read moreतुम्हारे घर तक आने का इरादा कर लिया मैंने । तुम्हारे रुसवाईयों के डर से डरना छोड़ दी मैंने। जो डरते हैं वो डरते होगें तुम्हारी लड़ने की आदत से। …
Read moreबचपन से सुनती आ रही हूं आत्मा अमर है, इसे न मारा जा सकता ,न काटा जा सकता, न नष्ट किया जा सकता। वैज्ञानिक भले ही इसे न माने लेकिन कभी - कभी लगता है ,…
Read moreहोली, दिवाली ईद आने से डर लगता है । हवा ऐसी है अब तो अपने घर जाने से डर लगता है। कितने बेगाने से लगते हैं जो सब थे अपने । अब तो उनके बेगानेपन से…
Read moreजी सही ही निकला मेरा शक। आज हमें साफ - साफ कह दिया गया हमलोगों के लॉकर भरे हुए हैं आप प्रिंसपल से लॉकर मांग लें। संयोग कुछ ऐसा रहा वह छुट्टी में थी।…
Read moreTecoma / yellow bell/ Gori chori यह लत्तरवाली फूल है जो गुच्छे में खिलती है । बहुत से रंगों में पीला ,लाल नारंगी में खिलता है। यह वार्षिक है । एक बा…
Read moreअब शुरू हुई मेरी रैंगींग घर और बाहर दोनों जगह। सबसे बिछावन छोड़ने के बाद अगर मुंह हाथ धोने लगूं तो लेट हो जाऊंगी। बेहतर है चाय धीमी आंच पर डालूं फिर…
Read moreआज एक ऐसे पौधे की बात करते हैं जिसे अनेकों नाम से जाना जाता है-यह हिन्दी बंगला में इसे जरुल, संस्कृत में अर्जुन के अलावा तामण, प्राईड अॉफ इंडिया, रो…
Read moreएक महीने की छुट्टी न रहती तो अच्छा था। मैं जो हमेशा बेंच पर बैठी ,डर सा लगता कैसे बैठेंगे कुर्सी पर ,कैसे देखें एटेनडेन्स बच्चों की ,वह भी एक एक कर …
Read moreअशोक का पौधा सदाबहार होता है। इसकी लम्बाई ८-से१८ फीट हो सकती है। इसे बीज से उगाया जाता है। बीज जून-जुलाई जुलाई में लगाए जाते हैं। मान्यता है यह पौधा…
Read moreतरल खाद बनाने के लिए एक मिट्टी या प्लास्टिक का एक बड़ा कारण लें। एक किलोग्राम कुलचे यानि ताजी गोबर को १० लीटर पानी में मिलाकर १०- १५ दिन तक सड़ाए । …
Read moreतूने पूछा ही जब मेरा परिचय ? लोगों की कही सुनाती हूं । चलो आज तुम्हें बतलाती हूं। हिन्दी कहती है मुझे कीमती पत्थर। उर्दू नायाब पत्थर मुझे बताती…
Read moreऐसा फूलों वाला जो हजारों लाखों फूल देता है उसे सभी बोगनवेलिया के नाम से जानते है। इसकी पत्तियां हरे रंग की कई आकार में आती है।कुछ के पत्ते वेरीगेटे…
Read moreकश्तियां डूबने के डर से किनारे पर बैठे हो क्यों ? कश्तियां डूबती नहीं कभी ढेरों पानी से । यह डूबती है फक्त पानी के अंदर आने से। भाग्य के भरोसे न…
Read moreगंधराज,या गार्डेनिया का नाम लेते सुगंध सांसों में भर जाती है । आज मैं आपसे इसी सुगंधित फूल के बारे में चर्चा करने आई हूं। मैंने इसे सफेद, हल्की पीली…
Read moreशायद मैं नाराज हूं, क्यों हूं पता नहीं ? आकाश पर नाराज़ हूं, या धरती पर ? नाराज हूं दिन पर या इन काली रातों पर? सोचती रहती हूं इन्हीं सब बातों प…
Read moreपूछना लाजिमी है आपका सहेली मिली या नहीं ? सोचती हूं ज़बाब क्या दूं ? हां नहीं कहूं तो यह झूठ होगा। हां कहने की हिम्मत नहीं होती। सोचती हूं जो मिली …
Read moreमां जो धन्यवाद मैं आपको कह नहीं पाई थी, आज मैं मदर्डेस डे पर आपको कहने आई हूं ।आप सोच रहीं होगी किस बात के लिए ? आपका सोचना भी सही है। जन्म से लेकर …
Read moreमां तेरी चरणों की धूल अपने सर पर लगाने आई हूं। तेरी चरणों में मां कुछ श्रद्धा के फूल चढ़ाने आई हूं । मां की याद आते चेहरे पर खुशी छा जाती है। मां…
Read moreगुजार ही ली दिन मैंने,अब रातें संवार दो। मेरे खुदा मेरे आंखों में, सपने तो डाल दो ।। इन्सान को छोड़ो, फरिश्ता ही भेज दो ।😢 इक कदम बढ़ाई ही थी, …
Read moreरैगींग शब्द सुनने में थोड़ा अजीब सा है। इस पर पाबंदी भी है ,लेकिन मेरी माने तो बहुत जरूरी है खासकर मेरे जैसों के लिए, जिसे बोलने में जुबान लड़खड़ाती…
Read more(१) दिल में घर बना सकूं कोई दिल तो ऐसा हो । तमाम उम्र हमने इसी खोज में गुजार दी । इक दिल बता दूं आपको अगर आप कहें। कृष्णा अगर…
Read moreघर की सुंदरता बगीचे से होती । हम सभी की कोशीश होती है बगीचे में लाॅन और ढेरों फूल हो। कुछ पौधें ऐसे होते हैं ,जो हमारे घर में खुशिया लाते हैं।सुख सम…
Read moreयादों के झरोखों से कुछ क्षण हम तमाम उम्र झांकती रहती है। बातें उन दिनों की है जब भ्राता श्री की शादी हुई थी, और एक खूबसूरत सी भाभी की ननद बनने का हम…
Read moreजीवन को कहां समझते हैं ? हम यूं ही जीते रहते हैं । सुबह हुई फिर शाम हुई । क्यूं रात आते ही डरते है। जीवन को कहां समझते हैं ? न जाने क्यूं था …
Read morePithecellobium dulce/ जंगल जलेबी आज एक ऐसे प्लान्ट की चर्चा करते हैं जो हमारे और प्रर्यावरण के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसके अनेकों नाम है मसलन जंगल…
Read moreदिल टूट गया इतने टूकड़ों में अब इसको जोड़ूं कैसे ? अब तुम ही कहो मैं बोलूं कैसे ? यह टूटा किया मैं जोड़ती रही । यह रूठा किया मैं मनाती रही । रोन…
Read moreपपीता आसानी से उगाया जानेवाला फल है जो हमारे लिए बहुत फायदेमंद है। इसे हर पत्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। इसकी बहुत सी किस्में है-- पूसा जें…
Read moreअसफलता आदमी को उतना नहीं छोड़ती जितना लोगों से मिलने वाली सहानुभूति । अरे आपका नहीं हुआ ,फलाने-फलाने का तो हो गया ? खैर कोई बात नहीं अगले साल ट्राई …
Read moreपैरों में रहे सदा ऐ धरती । सर पर तेरे आकाश रहे । हाथ जब भी उठे, देने के लिए । पैर जब भी उठे, सही राह रहे। मुस्कराती तू रहे हरदम । हरपल अपनों …
Read moreरोते - रोते हँस पङता हूँ । हँसते - हँसते रो पङता हूँ । लोग कहते है , मैं पागल हो गया हूं । न लाया था कुछ न ले जाउंगा कुछ । न आया था कोई न जाएग…
Read moreसमर फ्लावर में माॉस रोज का नाम सभी जानते हैं ।यह हर जगह आसानी से खिलने वाला पौधा है। वैसे तो यह गर्मी का फूल है लेकिन इसे थोड़ी केयर कर सालों-साल ब…
Read moreआज अपने नौकरी के लिए दिए साक्षात्कार की याद आ गई। कारण कुछ भी नहीं ।अक्सर ऐसा होता है हमें कुछ पुरानी बातें याद आ जाता करती है बस वैसे ही याद आ गई। …
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