पैरों में रहे सदा ऐ धरती ।
सर पर तेरे आकाश रहे ।
हाथ जब भी उठे, देने के लिए ।
पैर जब भी उठे, सही राह रहे।
मुस्कराती तू रहे हरदम ।
हरपल अपनों का साथ रहे ।
मेरी दुआओं में हो इतनी असर ।
खुश तू हजारों साल रहें ।
सर पर तेरे आकाश रहे ।
हाथ जब भी उठे, देने के लिए ।
पैर जब भी उठे, सही राह रहे।
मुस्कराती तू रहे हरदम ।
हरपल अपनों का साथ रहे ।
मेरी दुआओं में हो इतनी असर ।
खुश तू हजारों साल रहें ।
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