Pithecellobium dulce/ जंगल जलेबी
आज एक ऐसे प्लान्ट की चर्चा करते हैं जो हमारे और प्रर्यावरण के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसके अनेकों नाम है मसलन जंगल जलेबी, गंगा जलेबी, नकचढी लड़की इत्यादि। इसे मटर परिवार का माना गया है। इसके प्लान्ट और पत्तियां कुछ इस तरह दिखती जैसे यह प्राकृतिक रूप से बोनसाई हो। मानो किसी ने वायरिंग करके टहनियों को झूकाया है। आप इसे आसानी से बोनसाई बना सकते हैं।
(१) मिट्टी-- यह हरप्रकार की मिट्टी में लग जाती है।
(२) पानी-- यह कांटेवाला पौधा है पानी चाहिए परन्तु अधिक नहीं।
(३) धूप -- यह फूलवाला पौधा है । इसके सफेद रंग के फूल आते हैं। इसे धूप अच्छी मिलेगी तो ही फूल- फल आएगें।
(४) खाद-- इसे कोई खाद की आवश्यकता तो नहीं है। आप गोबर और पत्ते की खाद दे सकते हैं।
(५) कीट-- जहां तक मुझे पता है इसमें कीट नहीं लगते।
(६) फल -- इसके फल पकने पर लाल हो जाते जिसके अंदर सफेद रंग का भाग खाया जाता है। फलों का स्वाद खट्टा मिटा होता है,जो सभी को पसंद है खासकर बच्चें को।
(७) बीज-- इसके बीज काले या भूरे होते हैं । पकने के बाद फल फट जाता और बीज बाहर आ जाते हैं। बीज इधर -उधर बिखड़ने से बहुत से प्लान्ट जंगल में निकल जाते हैं। इसके बीज से तेल निकलता है जिससे साबुन बनाने का काम लिया जाता है। बीज के पाउडर से दवा बनती है।
(८) लकड़ी-- जंगल जलेबी की लकड़ी से हल्की फुल्की फर्निचर भी बनती है।
(९) उपयोग दवा में-- इस प्लान्ट का हरेक भाग दवा बनाने के काम में आता है।कुछ बिमारियों के नाम इस प्रकार है-- दांत दर्द, डिसेन्ट्री, डायरिया, चंद्रमा रोग, डायबीटिज, दमा, पत्ते का रस पेन कीलर का काम करता है। बीज पाउडर से अवसर का इलाज होता है।
(१०) जंगल - जलेबी में प्रोटीन और वसा के साथ ढेरों पोषक तत्व मौजूद हैं।
(११) इतनी सारी खूबियों के वावजूद इस पर हमारा ध्यान नहीं होना चिंता का विषय है। आवश्यकता है इस प्लान्ट को उचित सम्मान देने की, जो हमसे कोई केयर नहीं लेता। अपनी रक्षा भी खुद कर लेता है,इसमें कांटे हैं , कोई पशु - पंछी इसे छू भी नहीं सकते।
नोट -- दवा के रूप में व्यवहार करने से पहले और जानकारी ले लें। आप इस प्लांट की विडियो मेरे यूं टियूब चैनल पर देख सकते हैं। कौमेंट में आपके पास कोई जानकारी हो तो अवश्य दें ,मैं इसे जनहित में जोड़ दूंगी।
आज एक ऐसे प्लान्ट की चर्चा करते हैं जो हमारे और प्रर्यावरण के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसके अनेकों नाम है मसलन जंगल जलेबी, गंगा जलेबी, नकचढी लड़की इत्यादि। इसे मटर परिवार का माना गया है। इसके प्लान्ट और पत्तियां कुछ इस तरह दिखती जैसे यह प्राकृतिक रूप से बोनसाई हो। मानो किसी ने वायरिंग करके टहनियों को झूकाया है। आप इसे आसानी से बोनसाई बना सकते हैं।
(१) मिट्टी-- यह हरप्रकार की मिट्टी में लग जाती है।
(२) पानी-- यह कांटेवाला पौधा है पानी चाहिए परन्तु अधिक नहीं।
(३) धूप -- यह फूलवाला पौधा है । इसके सफेद रंग के फूल आते हैं। इसे धूप अच्छी मिलेगी तो ही फूल- फल आएगें।
(४) खाद-- इसे कोई खाद की आवश्यकता तो नहीं है। आप गोबर और पत्ते की खाद दे सकते हैं।
(५) कीट-- जहां तक मुझे पता है इसमें कीट नहीं लगते।
(६) फल -- इसके फल पकने पर लाल हो जाते जिसके अंदर सफेद रंग का भाग खाया जाता है। फलों का स्वाद खट्टा मिटा होता है,जो सभी को पसंद है खासकर बच्चें को।
(७) बीज-- इसके बीज काले या भूरे होते हैं । पकने के बाद फल फट जाता और बीज बाहर आ जाते हैं। बीज इधर -उधर बिखड़ने से बहुत से प्लान्ट जंगल में निकल जाते हैं। इसके बीज से तेल निकलता है जिससे साबुन बनाने का काम लिया जाता है। बीज के पाउडर से दवा बनती है।
(८) लकड़ी-- जंगल जलेबी की लकड़ी से हल्की फुल्की फर्निचर भी बनती है।
(९) उपयोग दवा में-- इस प्लान्ट का हरेक भाग दवा बनाने के काम में आता है।कुछ बिमारियों के नाम इस प्रकार है-- दांत दर्द, डिसेन्ट्री, डायरिया, चंद्रमा रोग, डायबीटिज, दमा, पत्ते का रस पेन कीलर का काम करता है। बीज पाउडर से अवसर का इलाज होता है।
(१०) जंगल - जलेबी में प्रोटीन और वसा के साथ ढेरों पोषक तत्व मौजूद हैं।
(११) इतनी सारी खूबियों के वावजूद इस पर हमारा ध्यान नहीं होना चिंता का विषय है। आवश्यकता है इस प्लान्ट को उचित सम्मान देने की, जो हमसे कोई केयर नहीं लेता। अपनी रक्षा भी खुद कर लेता है,इसमें कांटे हैं , कोई पशु - पंछी इसे छू भी नहीं सकते।
नोट -- दवा के रूप में व्यवहार करने से पहले और जानकारी ले लें। आप इस प्लांट की विडियो मेरे यूं टियूब चैनल पर देख सकते हैं। कौमेंट में आपके पास कोई जानकारी हो तो अवश्य दें ,मैं इसे जनहित में जोड़ दूंगी।
1 Comments
super post sir
ReplyDeleteamazing artical bro...
जंगल जलेबी क्या हे जंगल जलेबी के फ़ायदे