चांद सितारों की बात न करो ।
प्यार, मुहब्बत की बात न करों।
अजीब माहौल शहर का है इन दिनों।
हंसकर हंसकर तुम यू बात न करों।
खुशी महलों की अमानत है इन दिनों।
झोपड़ी में रहकर खुशी की बात न करों।
भाग-- २
तुम्हारे खातिर ऐ दुनिया नहीं बदलने वाली।
जैसी है इसे रहने दो,पागल सी बात न करो।
बहुत आए तेरे जैसे, आकर चले गए।
अपनी अक्ल पर तुम यूं गुमान न करो।
ऐ न समझो बड़ी मछली हो छोटी को खा लोगे।
गले में जो अटक गई, तो अपनी जान गंवा लोगे।
भूल कर भी गरीबों की कभी आह न लेना।
गरीबों का भी खुदा होता है याद कर लेना।
माना कि अपने आप पर गुरूर है तूझे।
गुरूर टूटने से पहले इसको बचा लेना।
इसे मेरी सलाह समझो या मेरी खता कहो।
या मूर्खों को समझाने की मेरी मूर्खता कहो।
कोई फर्क कभी पड़ता नही किसी दीवाने को।
कबीर के बंशज कलम बेचते नहीं गद्दारों को।
नोट-- आपसे मेरा अनुरोध है कमेंट ब्लाॅग पर लिखें। आप फेसबुक के मैंसेनजर पर कमेंन्ट ना लिखा करें। समयाभाव में मैं मैसेंजर पर आपके कॉमेंट नही देख पाती इसके लिए मैं आपसे क्षमा चाहूंगी।
साथ ही आपको जिस विषय पर मुझसे मेरे विचार लेने हैं या आप चाहते हैं मैं लिखू। उसे आप मैसेंजर पर लिख सकते हैं। आपके अनुरोध का स्वागत है, मैं आपका नाम नहीं लिखूंगी, इसका ख्याल रखूंगी।
धन्यवाद
नगीना शर्मा
प्यार, मुहब्बत की बात न करों।
अजीब माहौल शहर का है इन दिनों।
हंसकर हंसकर तुम यू बात न करों।
खुशी महलों की अमानत है इन दिनों।
झोपड़ी में रहकर खुशी की बात न करों।
भाग-- २
तुम्हारे खातिर ऐ दुनिया नहीं बदलने वाली।
जैसी है इसे रहने दो,पागल सी बात न करो।
बहुत आए तेरे जैसे, आकर चले गए।
अपनी अक्ल पर तुम यूं गुमान न करो।
ऐ न समझो बड़ी मछली हो छोटी को खा लोगे।
गले में जो अटक गई, तो अपनी जान गंवा लोगे।
भूल कर भी गरीबों की कभी आह न लेना।
गरीबों का भी खुदा होता है याद कर लेना।
माना कि अपने आप पर गुरूर है तूझे।
गुरूर टूटने से पहले इसको बचा लेना।
इसे मेरी सलाह समझो या मेरी खता कहो।
या मूर्खों को समझाने की मेरी मूर्खता कहो।
कोई फर्क कभी पड़ता नही किसी दीवाने को।
कबीर के बंशज कलम बेचते नहीं गद्दारों को।
नोट-- आपसे मेरा अनुरोध है कमेंट ब्लाॅग पर लिखें। आप फेसबुक के मैंसेनजर पर कमेंन्ट ना लिखा करें। समयाभाव में मैं मैसेंजर पर आपके कॉमेंट नही देख पाती इसके लिए मैं आपसे क्षमा चाहूंगी।
साथ ही आपको जिस विषय पर मुझसे मेरे विचार लेने हैं या आप चाहते हैं मैं लिखू। उसे आप मैसेंजर पर लिख सकते हैं। आपके अनुरोध का स्वागत है, मैं आपका नाम नहीं लिखूंगी, इसका ख्याल रखूंगी।
धन्यवाद
नगीना शर्मा
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