Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

मीरा बन कर आई हूं

रूक्मिनी नहीं राधा भी नहीं।
मैं मीरा बनकर आई हूँ ।
मै तुझे मनाने आई हूँ।

कुछ तुमको देने आई हूँ।
कुछ तुमसे लेने आई हूँ।
मैं तुझे मनाने आई हूँ।

भक्तों के बीच घिरे थे तुम।
पहुँच न पाई तुम तक तो।
भरे मन वापस आई हूँ ।
मैं तुझे मनाने आई हूँ।

पहुँच न पाई तुम तक तो।
सीढी पर बैठ कर रोया है।
पद धूली लेने आई हूँ।
मैं तुझे मनाने आई हूँ।

अक्छत चंदन नहीं पास प्रिय।
धन दौलत न सम्मान प्रिय।
वस भाव चढाने आई हूँ।
मैं तुझे मनाने आई हूँ।

आज न आए प्रभु तुम तो।
मेरा अब क्या जाएगा ।
टूटा हुआ जो बरसो से,
अब और कितना टूट पाएगा।
भक्तों की पुकार सुन आने का,
तेरा वचन झूठा हो जाएगा।
कह दो तुमको न भक्त प्रिय,
या फिर नहीं मैं तेरी भक्तों में ।
मैं तुझे मनाकर जाउगी या,
प्राण त्याग कर जाउंगी।




Post a Comment

0 Comments