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क्षणिकाएं

पैरों के कांटों को निकालना भी जरुरी था।
आना भी जरुरी था जाना भी जरुरी था।
वक्त रहते ही सम्भलना भी तो जरुरी है।

रुठना भी जरुरी था मनाना भी जरुरी है।
रिश्तों को निभाने है झुकना भी जरुरी है।
झूठे अभिमानो को त्यागना भी जरुरी है।

रोना भी जरुरी था हंसना भी जरुरी है।
रोते हुए लोगों को हंसाना भी जरुरी है।

सच कहना जरूरी था झूठ बोलना जरूरी है।
सच को झूठ झूठ को सच कहना भी जरूरी है।

उनको जीतना जरूरी था हमें जीताना जरुरी था।
जीतने के बाद उनको हार का मजा आना जरूरी था।

हम जनता जनार्दन है उनको बताना जरूरी है।
वक्त रहते ही आंखों का खुल जाना जरुरी था।

रोकर या हंसकर जिन्दगी तो हमारी है गुजारना जरूरी है।
रोकर गुज़रे या हंसकर जिन्दगी को जीना भी तो जरूरी है। 

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