लिलियम एक फूल देनेवाला पौधा है ।यह बल्ब से लगता है। इसके बल्ब देखने मे प्याज जैसे होते है। इसे खाया नही जा सकता है।
(1) मिट्टी- इस पौधे को हर प्रकार की मिट्टी मे लगाए सकते हे। मिट्टी न्यूट्रल, एसीडिक या अल्कलाईन जो भी हो। गमले मे लगाने मे बालू मिलाकर लगाए ।
(2) पानी- लिलियम सूखा बर्दाश्त कर लेगा पर पानी अधिक नही।इसकी जड़े गल जाएगी। पानी ड्राई होने पर दे
(3) धूप- पौधे को धूप मे रखनी है
(4) गमले गमले की साईज कम से कम बारह इंच रखे। इसमे ब्लब बनते है जिससे अगली बार फिर फूल आएगे। आप इसे सम्भाल कर रखे या गमले मे ही रहने दे सकते है
(5) स्पोर्ट- फूल बड़े आकार मे आते है पौधे मे लकड़ी का सहारा अवश्य दे।
(6) लाभ- आपके बगीचे मे बटर फ्लाई आएगे । निषेचन क्रिया होने से फल और सब्जी भरपूर मिलेगी।
(7) कीट- कोई कीट दिखाई दे तो नीम आयल का उपयोग करे।
(8) काट-छाट- पुराने पत्ते, फूल हटा दे।
(9)खाद - नाइट्रोजन वाली स्लो रीलिज फर्टिलाइजर 12-10-10 दे। गोबर खाद भी दे सकते है। एक चम्मच डोलोमाइट लाईम भी दे सकते है।
(10) सावधानी- गुराई करने मे ध्यान दे बल्ब कटे नही।
(1) मिट्टी- इस पौधे को हर प्रकार की मिट्टी मे लगाए सकते हे। मिट्टी न्यूट्रल, एसीडिक या अल्कलाईन जो भी हो। गमले मे लगाने मे बालू मिलाकर लगाए ।
(2) पानी- लिलियम सूखा बर्दाश्त कर लेगा पर पानी अधिक नही।इसकी जड़े गल जाएगी। पानी ड्राई होने पर दे
(3) धूप- पौधे को धूप मे रखनी है
(4) गमले गमले की साईज कम से कम बारह इंच रखे। इसमे ब्लब बनते है जिससे अगली बार फिर फूल आएगे। आप इसे सम्भाल कर रखे या गमले मे ही रहने दे सकते है
(5) स्पोर्ट- फूल बड़े आकार मे आते है पौधे मे लकड़ी का सहारा अवश्य दे।
(6) लाभ- आपके बगीचे मे बटर फ्लाई आएगे । निषेचन क्रिया होने से फल और सब्जी भरपूर मिलेगी।
(7) कीट- कोई कीट दिखाई दे तो नीम आयल का उपयोग करे।
(8) काट-छाट- पुराने पत्ते, फूल हटा दे।
(9)खाद - नाइट्रोजन वाली स्लो रीलिज फर्टिलाइजर 12-10-10 दे। गोबर खाद भी दे सकते है। एक चम्मच डोलोमाइट लाईम भी दे सकते है।
(10) सावधानी- गुराई करने मे ध्यान दे बल्ब कटे नही।
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