बकास हर्ब है, जिसको बहुत नाम से जाना जाता है। बंगाली मे इसे बकाए, हिन्दी मे आरक्षण,अंग्रेजी मे मालावार नट जैसे अनेको नाम है इसके। आइए आज इस बहुउपयोगी पौधे की बाते करते है।
(1) मिट्टी -- यह प्रकार के मिट्टी मे उगाया जा सकता है।
(2) पानी-- गमले मे लगानी हो तो मिट्टी मे रेत मिला ले। साथ ही पानी जमा न हो इसका ख्याल रखे।
(3) खाद-- गोबर खाद, पत्ते की खाद, वर्मी दे सकते है।
(4) यह स्वाद मे कड़वा है। इसके हर भाग का बिमारियो मे उपयोग होता है।
(5) यह कफ और पित्त को नियमित रखता है।
(6) पेशाब मे जलन हो या रुक रुक-रुक कर आता हो तो उपयोग कर सकते है।
(7) कैं,चर्म रोग, बुखार, पुराना घाव,गला फसना, जॉन्डिस के साथ हर्ट, लीवर को भी दुरुस्त करता है।
(8) यह दर्द वाली जगह पर पीसकर सुसम कर बांधने से आराम मिलता है।
(9) दस्त मे पत्ते का जूस, मलेरिया मे सूखे पत्ते का पाउडर का उपयोग होता है।
नोट- एक साल से छोटे बच्चे गर्भवती महिला उपयोग न करे। मेरे चैनल-- बोकारो गार्डन मे विडियो होगी। आप जाकर पौधे को देख सकते है।
(1) मिट्टी -- यह प्रकार के मिट्टी मे उगाया जा सकता है।
(2) पानी-- गमले मे लगानी हो तो मिट्टी मे रेत मिला ले। साथ ही पानी जमा न हो इसका ख्याल रखे।
(3) खाद-- गोबर खाद, पत्ते की खाद, वर्मी दे सकते है।
(4) यह स्वाद मे कड़वा है। इसके हर भाग का बिमारियो मे उपयोग होता है।
(5) यह कफ और पित्त को नियमित रखता है।
(6) पेशाब मे जलन हो या रुक रुक-रुक कर आता हो तो उपयोग कर सकते है।
(7) कैं,चर्म रोग, बुखार, पुराना घाव,गला फसना, जॉन्डिस के साथ हर्ट, लीवर को भी दुरुस्त करता है।
(8) यह दर्द वाली जगह पर पीसकर सुसम कर बांधने से आराम मिलता है।
(9) दस्त मे पत्ते का जूस, मलेरिया मे सूखे पत्ते का पाउडर का उपयोग होता है।
नोट- एक साल से छोटे बच्चे गर्भवती महिला उपयोग न करे। मेरे चैनल-- बोकारो गार्डन मे विडियो होगी। आप जाकर पौधे को देख सकते है।
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