काटे हो पंख भले तूने मेरे, बुलंद हौसले तो है।
उड़ने की बात ही तो है, हौसले से उड़कर दिखा देंगे।
जमीं से आसमां तक हम धूल उड़ा देंगे।
तुम ग़लत थे या सही यह तुम जानों खुदा जाने।
जमाने वाले सही होने पर भी इल्जाम लगा देंगे।
लाओगे गवाही कहां से ऐ तो बताओ तुम।
इस शहर में रहने वाला हर शख्स बहरा गूंगा है।
अपने को सही समझने की जूर्रत ही नहीं की है।
वक्त तो आने दो साबित करके दिखा देंगें।
माना कि गर्दिश में अभी मेरे सितारे हैं।
आएगा वक्त मेरा सितारे तोड़ के दिखा देंगे।
उड़ने की बात ही तो है, हौसले से उड़कर दिखा देंगे।
जमीं से आसमां तक हम धूल उड़ा देंगे।
तुम ग़लत थे या सही यह तुम जानों खुदा जाने।
जमाने वाले सही होने पर भी इल्जाम लगा देंगे।
लाओगे गवाही कहां से ऐ तो बताओ तुम।
इस शहर में रहने वाला हर शख्स बहरा गूंगा है।
अपने को सही समझने की जूर्रत ही नहीं की है।
वक्त तो आने दो साबित करके दिखा देंगें।
माना कि गर्दिश में अभी मेरे सितारे हैं।
आएगा वक्त मेरा सितारे तोड़ के दिखा देंगे।
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