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पूजा घर में सावधानियां |
वास्तु के अनुसार घर के मंदिर में किन देवताओं की मूर्ति रखनी चाहिए। मूर्तियों को किस दिशा में रखनी है? कितनी संख्या में रखनी है? कितनी बड़ी रखनी है? मंदिर में क्या-क्या नहीं रखने हैं और पूजा करने में क्या सावधानी रखनी है।
इन सारी बातों पर आज चार्चा कर रही हूं।
सबसे पहले बात करती हूं कि घर में किन देवताओं को रखा जाता है। हिंदू के पंच देवता का घर में रहना उचित माना जाता है।
पंच देवता में - गणेश, सूर्य , विष्णुजी , दुर्गाजी और भोलेनाथ आते हैं।
पंच देवता के अतिरिक्त आप जिनमें निष्ठा रखते हैं उन देवताओं की मूर्ति भी अपने मंदिर में स्थापित कर सकते हैं।
घर के मंदिर में राम दरबार कहां होना शुभ माना जाता है। आपके पास अगर विष्णु का पैर दबाते हुए महालक्ष्मी का मूर्ती है तो उसे भी आपके घर के लिए शुभ माना जाता है घर में सुख शांति बनी रहती है। घर में हनुमान जी की मूर्ति शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि हनुमान जी अभी भी विराजमान है।
देवताओं को दक्षिण मुख रखना सही नहीं है वही हनुमान जी दक्षिण मुंह में रखे जा सकते हैं।
शिव का पूरा परिवार अगर आपके घर में है तो आप समझ ले आपके यहां किसी भी तरह की नेगेटिव एनर्जी नहीं आ सकती है किसी की नजर आपके परिवार पर नहीं लग सकती है।
कितनी बड़ी मूर्ति होनी चाहिए - घर के मंदिर में रखी जाने वाली मूर्ति की साइज अंगूठे से बड़ी ना रखें यानी 3 इंच से बड़ी मूर्ति ना रखें। मंदिर या पूजा पंडाल में बड़ी मूर्तियां रहती है रखी जा सकती है।
देवताओं की मूर्ति आमने सामने ना रखें। शास्त्र में वर्णित है आमने सामने मूर्ति रखने से छाया दोष होता है।
देवताओं की मूर्ति दक्षिण मुख नहीं रखें।
किन देवताओं की मूर्ति कितनी संख्या में रख सकते हैं - आप अपने घर में दो शिवलिंग रख सकते हैं। घर में गणेश जी की तीन मूर्ति या तस्वीर रख सकते हैं। शालिग्राम आप तो रख सकते हैं। मां दुर्गा की तीन प्रतिमा आप अपने घर में रख सकते हैं। घर में शंख एक रखें अगर एक से अधिक संख्या तो उसको पूजा घर में नहीं रखें।
देवताओं की खंडित मूर्ति या फोटो घर में नहीं रखें।
पूजा घर में साफ सफाई रखें। साफ सफाई नहीं रहने से नौ ग्रह कुपित होते हैं।
सुबह में फूल या जो कुछ भी आपने चढ़ाए हैं शाम के समय है उसको वहां से हटाकर साफ कर ले। देवता पर चढ़ाए गए फूल गमले में डाल दें या फिर उसको प्रवाहित कर दें।
घर में आज एक मूर्ति या फोटो हो तो क्या करें ?
अक्षरधाम जहां कहीं भी धर्म स्थल में जाते हैं तो वहां से मोती और फोटो लेकर आते हैं। हमारे रिश्तेदार भी धार्मिक स्थल से मूर्ति फोटो लाकर हमें उपहार स्वरूप दे जाते हैं। इस तरह हमारे पूजा घर में देवताओं की संख्या बढ़ती जाती है। एक एक देवता की कई कई मूर्तियां और फोटो हमारे पूजा घर में हो जाते हैं।
आज ही फोटो या मूर्ति आपके घर में हो जाए तो आप मूर्ति फोटो किसी को भी दे सकते हैं जो पूजा करने वाले हो आप से लेना चाहते हो। ऐसा करने में कोई हर्ज नहीं है। फोटो या मूर्ति के अधिक होने पर आप उसे जल में विसर्जित कर दे सकते हैं। हिंदू धर्म में पीपल और बरगद के वृक्ष को देव वृक्ष मानते हैं। आप अपने घर में अधिक होने वाले देवताओं की मूर्ति या फोटो को पीपल बरगद के पेड़ के नीचे रख सकते हैं रख दे सकते हैं।
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