दिल के बदले दिल नही दिमाग चाहिए।
सोच सकूँ थोङी ऐसे जजबात चाहिए।
पुरखो ने चलाई अदल बदल की नीति।
इसमे न कोई हिंदू था न कोई मुसलमान।
एकदूसरे के बदौलत चल रही थी जिंदगी।
इस तरह मुहब्बतो से भरी थी जिंदगी ।
मेरे पास जो था उन्हे दे दिया करते धे हम।
पास जो था उनके उनसे ले लिया करते थे हम।
नोटो ने देखो जो भी किया बुरा किया।
हम क्या बदले इसने हमको बदल कर रख दिया।
अब अपने आप मे यू ही जीया करते है हम।
खुशी हो या हो कि गम खुद ही सहा करते है हम।
सोच सकूँ थोङी ऐसे जजबात चाहिए।
पुरखो ने चलाई अदल बदल की नीति।
इसमे न कोई हिंदू था न कोई मुसलमान।
एकदूसरे के बदौलत चल रही थी जिंदगी।
इस तरह मुहब्बतो से भरी थी जिंदगी ।
मेरे पास जो था उन्हे दे दिया करते धे हम।
पास जो था उनके उनसे ले लिया करते थे हम।
नोटो ने देखो जो भी किया बुरा किया।
हम क्या बदले इसने हमको बदल कर रख दिया।
अब अपने आप मे यू ही जीया करते है हम।
खुशी हो या हो कि गम खुद ही सहा करते है हम।
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