Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

तुम याद आते हो

सावन आने से पहले फुहार आ जाए ।
बहार आने से पहले फूल खिल जाए ।
तो तुम याद आते हो ।

सुबह होने से पहले नींद उचट जाए ।
रात आने से पहले ही नींद आ जाए ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

इतने दुश्मनों के बीच कोई दोस्त दीख जाए ।
जैसे इन्सानों के बीच कोई फरिश्ता दीख जाए ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

जब कोई पराया अपना सा लगने लगें ।
जब अपना कोई पराया सा दीखने लगें ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

बेटियां सड़क पर खुलेआम घुमती नजर आए ।
मधुबन की गलियों में गोपियां सी नजर आए ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

जब बेटे सारे नौकरी करते दीख जाए ।
सबके रोटी के उपर तीयन दीख जाए ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

इतनी जिल्लत, परेशानी इतनी महगांई ।
इसपर भी कोई इन्सान हंसता दीख जाए।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

बच्चें के पीठ पर गधे सा लदा बस्ता ।
 मदरसे में पढ़ाई गर दीख जाए ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

मौत आने से पहले ज़िन्दगी चली जाए ।
ज़िन्दगी बची रहे और मौत आ जाए ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

आंसू आंखों से निकलना छोड़ दें ।
दिल जीते जी धड़कना छोड़ दें ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

पीद्दी सा कोई देश हमको ललकारे ।
रक्षक हमारे कंधे पर चढ़कर आवे ।
तो तुम बहुत याद आते हो ।

     नोट-- तीयन = सब्जी

Post a Comment

0 Comments