बगीचे में पाया करती नजर हो तो बगीचा अधूरा लगता है । इसके हरे -,हरे पत्ते मन मोह लेते हैं । इसकी ३००० से अधिक प्रजाति उपलब्ध है। जिनमें कुछ नाम हैं एरिका पाम, बोटल पाम, फिसटेल पाम, डेट पाम, अमेरिकन पाम, डेजर्ट पाम, चाइना पाम, फैन पाम, फिंगर पाम, पार्लर पाम आदि लोकप्रिय पाम है।
कैसे लगाए- - इसका बीज फरवरी, जुलाई, अक्टूबर मेँ लगाया जाता है । पौधे निकलने में एक महीना लग जाता है। बीज को ज्यादा गहराई में नहीं लगानी चाहिए।
देखभाल -- शुरू के दो - तीन साल अच्छी देखभाल करने से पौधा मजबूत बनता है साथ ही उसकी शेप अच्छी आती है। सूखे पत्तों को हटाते रहें।
खाद-- पाम में तीन - तीन महीने में गोबर और पत्ते की खाद दें। पाम को इसके अलावे सुपर फास्फेट, बोनमील, फिशमील दिया करें।
ग्रिनपिक खाद में फास्फोरस, पोटाश, नाईट्रोजन रहता है इसे दिया करें।
सुझाव-- पाम की सूखी पत्ती हटा दिया करें। पत्ते को पानी से साफ कर दिया करें।पाम पर दीमक लगने का खतरा रहता है। जमीन में बी एच सी पाउडर डाल दें दीमक से छूटकारा मिल जाएगा।
कैसे लगाए- - इसका बीज फरवरी, जुलाई, अक्टूबर मेँ लगाया जाता है । पौधे निकलने में एक महीना लग जाता है। बीज को ज्यादा गहराई में नहीं लगानी चाहिए।
देखभाल -- शुरू के दो - तीन साल अच्छी देखभाल करने से पौधा मजबूत बनता है साथ ही उसकी शेप अच्छी आती है। सूखे पत्तों को हटाते रहें।
खाद-- पाम में तीन - तीन महीने में गोबर और पत्ते की खाद दें। पाम को इसके अलावे सुपर फास्फेट, बोनमील, फिशमील दिया करें।
ग्रिनपिक खाद में फास्फोरस, पोटाश, नाईट्रोजन रहता है इसे दिया करें।
सुझाव-- पाम की सूखी पत्ती हटा दिया करें। पत्ते को पानी से साफ कर दिया करें।पाम पर दीमक लगने का खतरा रहता है। जमीन में बी एच सी पाउडर डाल दें दीमक से छूटकारा मिल जाएगा।
0 Comments