हम सभी को अपने बगीचे के पौधों से बेइंतहा प्यार होता है। पौधा लगाने के साथ ही हमें उसके बड़े होने, फल, फूल से लदा हुआ देखने की चाहत होती है। हम भूल जाते है किसी ने कहा है-- धीरे - धीरे रे मना धीरे सब कुछ होए ।माली सींचे सौ घड़ा ऋतु आए फल होए।अक्सर यह प्यार के अधिकता में आकर पौधों को अधिक खाद-पानी देते हैं जो पौधे को मार डालते। पौधों के मरने से हम निगेटिव हो जाते हैं। ऐसा लगता है गार्डेनिंग कठीन है और हम इससे मुह मोड़ लेते हैं। आइए आज इस पर विचार किया जाए--
(१) मिट्टी की पहचान रखें। आपकी मिट्टी अम्लिय है या क्षारिय । आपकों ज्ञात होगा कुछ पौधों को अम्लिय तो कुछ को क्षारिय मिट्टी पसन्द है। साथ ही मिट्टी में न्यूट्रियन्टस यानि पौधों के लिए पौष्टिक मिट्टी है या नहीं। गमले में पौधों को लगाने में मिट्टी में रेत अथवा परलाईट मिला लें।
(२) धूप-- आपको ज्ञात होना चाहिए किस पौधे को धूप कितने समय के लिए चाहिए। फूल ,फल और सब्जियों वाले पौधे फूल या फल छाए में नहीं दे पाते है, यदि आ भी जाएं तो उनकी क्वालिटी अच्छी नहीं होती।
(३) पानी-- पौधों के मरने में पानी का विशेष हाथ होता है।ओवर वाटरिंग या कम पानी दोनों स्थिति ठीक नहीं। सकुलेन्ट अक्सर पानी की अथिकता का शिकार होते हैं।
(४) खाद-- बाजार में बिकने वाले खाद भी कभी - कभी नुकसान पहुंचा देते है। खाद के प्रयोग में मात्रा का ध्यान अवश्य रखें। बेहतर है आप गोबर खाद, पत्ते की खाद, केचुआ खाद , समुद्री घास बोनमील,इप्सम सावरकर, केले के छिलके,चाय पत्ती साथ ही अपने कीचेन से निकले कचड़े से खाद बनाकर डालें। ( इस पर मेरी विडियो है। देख सकते हैं)
(५) कीड़े-- अपने बगीचे में आनेवाले लाभकारी ओर हानिकारक कीटों को पहचानने के बाद कीटनाशक का छिड़काव करें। बेहतर है आप नीम आॅयल या गोमूत्र का छिड़काव करें। ( गोमूत्र से पेस्टिसाइड बनाने की विधि मैंने शेयर की है- यूं टियूब पर, देखें) पेस्टिसाइड के अधिक यूज से बगीचे में मधुमक्खी, तितली भौड़े आना छोड़ देते हैं। इसके परिणाम स्वरूप परिणाम न हो पाता और हमें फल फूल और बीज की कमी हो जाती है।
(६) बीज-- बीज की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। खुद बीज संग्रह करें तो ध्यान रखें बीज एकदम तैयार हो, अच्छा से सूखा कर रखें।
(७) बीज-- कितना भी अच्छा बीज हों अगर लगाने में गलतियां हुई तो नहीं उगेगी। बीज को मिट्टी में बहुत नीचे न दबाए। बहुत छोटे बीज हो तो बीज के उपर हल्की सी मिट्टी का छिड़काव भर करें। पानी से मिट्टी नम रखें।
(८) कटिंग-- कटिंग से पौधे बनाने जितना आसान है उतना कठीन भी है। बरसात में कटिंग आसानी से लग जाती है। कटिंग लगाने में बहुत सी गलतियां। हमसे हो जाती है जिससे पौधे नहीं बन पाते। मैंने अपने चैनल बोकारो गार्डेन पर विडियो डाली है, एक लम्बी चौड़ी लिस्ट है। आप यूं टियूब पर जाटर देख सकते हैं। आगे....
(१) मिट्टी की पहचान रखें। आपकी मिट्टी अम्लिय है या क्षारिय । आपकों ज्ञात होगा कुछ पौधों को अम्लिय तो कुछ को क्षारिय मिट्टी पसन्द है। साथ ही मिट्टी में न्यूट्रियन्टस यानि पौधों के लिए पौष्टिक मिट्टी है या नहीं। गमले में पौधों को लगाने में मिट्टी में रेत अथवा परलाईट मिला लें।
(२) धूप-- आपको ज्ञात होना चाहिए किस पौधे को धूप कितने समय के लिए चाहिए। फूल ,फल और सब्जियों वाले पौधे फूल या फल छाए में नहीं दे पाते है, यदि आ भी जाएं तो उनकी क्वालिटी अच्छी नहीं होती।
(३) पानी-- पौधों के मरने में पानी का विशेष हाथ होता है।ओवर वाटरिंग या कम पानी दोनों स्थिति ठीक नहीं। सकुलेन्ट अक्सर पानी की अथिकता का शिकार होते हैं।
(४) खाद-- बाजार में बिकने वाले खाद भी कभी - कभी नुकसान पहुंचा देते है। खाद के प्रयोग में मात्रा का ध्यान अवश्य रखें। बेहतर है आप गोबर खाद, पत्ते की खाद, केचुआ खाद , समुद्री घास बोनमील,इप्सम सावरकर, केले के छिलके,चाय पत्ती साथ ही अपने कीचेन से निकले कचड़े से खाद बनाकर डालें। ( इस पर मेरी विडियो है। देख सकते हैं)
(५) कीड़े-- अपने बगीचे में आनेवाले लाभकारी ओर हानिकारक कीटों को पहचानने के बाद कीटनाशक का छिड़काव करें। बेहतर है आप नीम आॅयल या गोमूत्र का छिड़काव करें। ( गोमूत्र से पेस्टिसाइड बनाने की विधि मैंने शेयर की है- यूं टियूब पर, देखें) पेस्टिसाइड के अधिक यूज से बगीचे में मधुमक्खी, तितली भौड़े आना छोड़ देते हैं। इसके परिणाम स्वरूप परिणाम न हो पाता और हमें फल फूल और बीज की कमी हो जाती है।
(६) बीज-- बीज की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। खुद बीज संग्रह करें तो ध्यान रखें बीज एकदम तैयार हो, अच्छा से सूखा कर रखें।
(७) बीज-- कितना भी अच्छा बीज हों अगर लगाने में गलतियां हुई तो नहीं उगेगी। बीज को मिट्टी में बहुत नीचे न दबाए। बहुत छोटे बीज हो तो बीज के उपर हल्की सी मिट्टी का छिड़काव भर करें। पानी से मिट्टी नम रखें।
(८) कटिंग-- कटिंग से पौधे बनाने जितना आसान है उतना कठीन भी है। बरसात में कटिंग आसानी से लग जाती है। कटिंग लगाने में बहुत सी गलतियां। हमसे हो जाती है जिससे पौधे नहीं बन पाते। मैंने अपने चैनल बोकारो गार्डेन पर विडियो डाली है, एक लम्बी चौड़ी लिस्ट है। आप यूं टियूब पर जाटर देख सकते हैं। आगे....
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