लवग नाम से हम सभी परिचित हैं। यह हमारे रसोईघर की जरूरत है। वैज्ञानिक नाम एरोमेटिकम है। यह ट्रौपीकल सब ट्रौपीकल प्लान्ट है। इसके बारे में मेरे पास जो जानकारी है शेयर करती हूं। मैं इस पर अलग से अपने चैनल बोकारो गार्डन पर विडियो भी शेयर करूंगी
(१) लम्बाई-- ज़मीन में इसकी लम्बाई आठ फीट तक जा सकती है।यह एवर ग्रीन ट्री है।
(२) कैसे लगाएं-- इसे बीज से लगाया जाता है।
(३) कहां लगाएं-- लवग को जमीन और पौट दोनों में लगा सकते है।
(४) मिट्टी-- गमले में मिट्टी अच्छी ड्रेनेज वाली रखें।
(५) पानी-- लवग को नम मिट्टी चाहिए।
(६) खाद-- गोबर खाद,बोनमी, पत्ते की खाद, फीश मील, यूरिया,सुपर फासफेट, पोटासियम सल्फेट दें सकते हैं।
(७) वातावरण-- लवग के पौधे को हौट और हूमीड वातावरण चाहिए।
(८) फूल-- लवग में फूल आने में ६-७ साल लग जाते हैं। लवग दरअसल बिना खुला फल है।
(९) जिन्दगी-- इसकी लाईफ काफ़ी होती है, लेकिन बढ़ता बहुत धीरे धीरे है।
(१०) उपयोग-- लवग का उपयोग का जिक्र कहां से शुरू की जाए। यह मसाला, टूथपेस्ट, दांत दर्द, क्रीम, परफ्यूम, साबुन, माउथवॉश में उपयोग होता है।
(अ) इसका उपयोग एन्टिसेप्टिक के लिए किया जाता है।
(आ) ज्वाईन्ट पेन, मसल्स पेन में उपयोग किया जाता है।
(इ) आयुर्वेद और चाईनीज में बहुत सी दवाईयों में लवग का उपयोग किया जाता है।
(११) पत्ते-- इसके पत्तों में भी तेल होता है। पत्तों को चाय या सब्जी में उपयोग किया जा सकता है।
(१) लम्बाई-- ज़मीन में इसकी लम्बाई आठ फीट तक जा सकती है।यह एवर ग्रीन ट्री है।
(२) कैसे लगाएं-- इसे बीज से लगाया जाता है।
(३) कहां लगाएं-- लवग को जमीन और पौट दोनों में लगा सकते है।
(४) मिट्टी-- गमले में मिट्टी अच्छी ड्रेनेज वाली रखें।
(५) पानी-- लवग को नम मिट्टी चाहिए।
(६) खाद-- गोबर खाद,बोनमी, पत्ते की खाद, फीश मील, यूरिया,सुपर फासफेट, पोटासियम सल्फेट दें सकते हैं।
(७) वातावरण-- लवग के पौधे को हौट और हूमीड वातावरण चाहिए।
(८) फूल-- लवग में फूल आने में ६-७ साल लग जाते हैं। लवग दरअसल बिना खुला फल है।
(९) जिन्दगी-- इसकी लाईफ काफ़ी होती है, लेकिन बढ़ता बहुत धीरे धीरे है।
(१०) उपयोग-- लवग का उपयोग का जिक्र कहां से शुरू की जाए। यह मसाला, टूथपेस्ट, दांत दर्द, क्रीम, परफ्यूम, साबुन, माउथवॉश में उपयोग होता है।
(अ) इसका उपयोग एन्टिसेप्टिक के लिए किया जाता है।
(आ) ज्वाईन्ट पेन, मसल्स पेन में उपयोग किया जाता है।
(इ) आयुर्वेद और चाईनीज में बहुत सी दवाईयों में लवग का उपयोग किया जाता है।
(११) पत्ते-- इसके पत्तों में भी तेल होता है। पत्तों को चाय या सब्जी में उपयोग किया जा सकता है।
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