जाड़े का शानदार फूल स्वीट सुल्तान। सत्रहवीं शताब्दी में ओटोमन सुल्तान थे उनके नाम पर इसका नाम सुल्तान पड़ा। स्वीट लगा होने का कारण इसकी खूशबू के कारण मिला।
इसकी प्रमुख किस्में हैं--
(१) अल्वा (२) ज्वाईन्ट व्हाईट (३) सर्वोलेस (४) जाइंट एलो (५) फेवोरिटा (६) ग्रेसीओसा (७)सपलेन्डेस (८)रोसियापीक
(१) कैसे उगाए-- स्वीट सुल्तान के बीज सितम्बर से लेकर अक्टूबर तक बो सकते हैं।
(२) फूल-- लगाने के १०० से १२० दिनों बाद फूल आते हैं। फूलों के रंग-- नीला, पीला, बैंगनी, गुलाबी, उजला और लाल होते है।
(३) पौधे की उंचाई-- ९०- १२० से.मी. होती है।
(४) कहां लगाएं-- इसे क्यारियों में २५-३० से.मी. की दूरी पर लगाया जाता है। गमले में लगानी हो गमले बड़े और गहरे लें।
(५) धूप-- स्वीट सुल्तान को धूप चाहिए। छाएवाली जगह में फूल की कमी होगी।
(६) पानी-- पानी रूकनी नहीं चाहिए। जड़े गल जाती है, पत्ते पीले हो जाते है।
(७) गुड़ाई-- स्वीट सुल्तान को घास -पात पसंद नहीं है। गुड़ाई कर निकाल दें।
(८)खाद-- डी.ए.पी, अमोनियम नाइट्रेट, और गोबर , पत्ते की खाद दें।
(९) बिमारी-- स्वीट सुल्तान में स्टेमराह, पाउडरी मिल्डीयू और विल्ट का खतरा रहता है। वाविस्टीन , मोनोक्रोटोफास, मेरासिस्टाक्स का घोल का डिब्बा पर लिखे अनुसार प्रयोग करें।
इसकी प्रमुख किस्में हैं--
(१) अल्वा (२) ज्वाईन्ट व्हाईट (३) सर्वोलेस (४) जाइंट एलो (५) फेवोरिटा (६) ग्रेसीओसा (७)सपलेन्डेस (८)रोसियापीक
(१) कैसे उगाए-- स्वीट सुल्तान के बीज सितम्बर से लेकर अक्टूबर तक बो सकते हैं।
(२) फूल-- लगाने के १०० से १२० दिनों बाद फूल आते हैं। फूलों के रंग-- नीला, पीला, बैंगनी, गुलाबी, उजला और लाल होते है।
(३) पौधे की उंचाई-- ९०- १२० से.मी. होती है।
(४) कहां लगाएं-- इसे क्यारियों में २५-३० से.मी. की दूरी पर लगाया जाता है। गमले में लगानी हो गमले बड़े और गहरे लें।
(५) धूप-- स्वीट सुल्तान को धूप चाहिए। छाएवाली जगह में फूल की कमी होगी।
(६) पानी-- पानी रूकनी नहीं चाहिए। जड़े गल जाती है, पत्ते पीले हो जाते है।
(७) गुड़ाई-- स्वीट सुल्तान को घास -पात पसंद नहीं है। गुड़ाई कर निकाल दें।
(८)खाद-- डी.ए.पी, अमोनियम नाइट्रेट, और गोबर , पत्ते की खाद दें।
(९) बिमारी-- स्वीट सुल्तान में स्टेमराह, पाउडरी मिल्डीयू और विल्ट का खतरा रहता है। वाविस्टीन , मोनोक्रोटोफास, मेरासिस्टाक्स का घोल का डिब्बा पर लिखे अनुसार प्रयोग करें।
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