बासमती पत्ता, पुलाव पत्ता, लम्बा की नामो से जाना जाता है यह सुगंधित पत्तो वाला पौधा।
1) यह ट्रॉपिकल पौधा है। यह साउथ एशिया, साउथ इस्ट एशिया,भारत ,बंगला देश, चाईना,मलेशिया,सिंगापुर, इन्डोनेसिया कई देशो मे पाया जाता है।
(2) यह पनडेनसी परिवार का पौधा है।
(3) उपयोग- इसका उपयोग दवा, एयरफ्रेशनर, भात या पुलाव बनाने मे,पुडिंग, सलाद,विरयानी बनाने या आटा को सुगंधित करने मे किया जाता है।
(4) इसकी व्यापक रूप मे खेती भी की जाती है।
(5)पत्ती- इसकी पत्ती हरीश और ब्लेड जैसी होती है।
(6) इसे कटिंग से या नीचे आने वाले पौधे से लगाए ।
(7)मिट्टी- इसे बलूई मिट्टी मे लगाए । जमीन या गमले मे लगाया जा सकता है।
(8) पानी- पानी अधिक हो या कम पत्ते पीले हो जाएगे। मिट्टी सूखने पर पानी दे। जाड़े मे पानी बहुत कम कर दे।
(9) खाद- तरल खाद महीने मे एक बार दिया करे।
(10) पत्ते का उपयोग ताजा या सुखाकर किया जाता है।
(11) इसके पत्ते को कार मे भी रख सकते है।
1) यह ट्रॉपिकल पौधा है। यह साउथ एशिया, साउथ इस्ट एशिया,भारत ,बंगला देश, चाईना,मलेशिया,सिंगापुर, इन्डोनेसिया कई देशो मे पाया जाता है।
(2) यह पनडेनसी परिवार का पौधा है।
(3) उपयोग- इसका उपयोग दवा, एयरफ्रेशनर, भात या पुलाव बनाने मे,पुडिंग, सलाद,विरयानी बनाने या आटा को सुगंधित करने मे किया जाता है।
(4) इसकी व्यापक रूप मे खेती भी की जाती है।
(5)पत्ती- इसकी पत्ती हरीश और ब्लेड जैसी होती है।
(6) इसे कटिंग से या नीचे आने वाले पौधे से लगाए ।
(7)मिट्टी- इसे बलूई मिट्टी मे लगाए । जमीन या गमले मे लगाया जा सकता है।
(8) पानी- पानी अधिक हो या कम पत्ते पीले हो जाएगे। मिट्टी सूखने पर पानी दे। जाड़े मे पानी बहुत कम कर दे।
(9) खाद- तरल खाद महीने मे एक बार दिया करे।
(10) पत्ते का उपयोग ताजा या सुखाकर किया जाता है।
(11) इसके पत्ते को कार मे भी रख सकते है।
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