फूल पौधे लगाने में पीटमौस कैसे लाभकारी हैं। पीटमौस है क्या ? आज इस पर चर्चा करते हैं। यह दरॶसल एसफेग्नस मौस है जो बर्फ़ के हटने पर निकाल कर प्रोसेस की जाती है।
(१) सबसे ज्यादा कनाडा में मिलती है।
(२) कोकोपीट और पीटमौस में अंतर है गुण में भी और दाम में भी। यह कौकौपीट से मंहगी होती हैं।
(३) इसकी कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती है।
(४) पीटमौस का PH 6- 6.5 होता है जिसके कारण अम्लिय मिट्टी पसंद करने वाले पौथो को यह मिट्टी पसंद है जैसे - गुलाब, जैसममन वगैरह।
(५) इसे कोकोपीट के जैसा बार बार उपयोग कर सकते हैं।
(६) नमी समाप्त होने पर रोटी के आटे जैसा गूंथ कर उपयोग करें।
(७) उपयोग--
(क) बीजों के अंकुरण
(ख) कटिग लगाने में
(ग) एयरलेयरिग में
(घ) बोनसाई
(च) सकूलेन्ट
(छ)सभी एसीड लविंग पौधों में।
(८) उपयोग से लाभ--
(क) बीज का अंकुरण, कटिंग में जड़, एयरलेयरिग से पौधे बनने में रिजल्ट बहुत अच्छे आते।
(ख) यह हल्की होती इसलिए जड़ों का विकास बेहतर होगा।
(ख) आप इसका उपयोग कोकोपीट के साथ मिलाकर कर सकते हैं लेकिन मिट्टी के साथ नहीं !
(१) सबसे ज्यादा कनाडा में मिलती है।
(२) कोकोपीट और पीटमौस में अंतर है गुण में भी और दाम में भी। यह कौकौपीट से मंहगी होती हैं।
(३) इसकी कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती है।
(४) पीटमौस का PH 6- 6.5 होता है जिसके कारण अम्लिय मिट्टी पसंद करने वाले पौथो को यह मिट्टी पसंद है जैसे - गुलाब, जैसममन वगैरह।
(५) इसे कोकोपीट के जैसा बार बार उपयोग कर सकते हैं।
(६) नमी समाप्त होने पर रोटी के आटे जैसा गूंथ कर उपयोग करें।
(७) उपयोग--
(क) बीजों के अंकुरण
(ख) कटिग लगाने में
(ग) एयरलेयरिग में
(घ) बोनसाई
(च) सकूलेन्ट
(छ)सभी एसीड लविंग पौधों में।
(८) उपयोग से लाभ--
(क) बीज का अंकुरण, कटिंग में जड़, एयरलेयरिग से पौधे बनने में रिजल्ट बहुत अच्छे आते।
(ख) यह हल्की होती इसलिए जड़ों का विकास बेहतर होगा।
(ख) आप इसका उपयोग कोकोपीट के साथ मिलाकर कर सकते हैं लेकिन मिट्टी के साथ नहीं !
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