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जाकर माधव को समझाओ

प्रेम मार्ग पर चली जो राधा ज्ञान मार्ग न उसे बताओ।
उधव तुम हो अंतरंग सखा जाकर माधव को समझाओ।

प्रेम के खातिर नैन बैन सुख चैन लूटाकर राधा रानी कहायो।
एक मन था वह भी साथ ले गया तासो छलिया नाम धरायो।

 ज्ञान तुम्हारे अधूरे हैं उधव जी ज्ञान का मत हमे पाठ पढ़ाओ।
ज्ञान मार्ग से उपर प्रेम मार्ग है सखा हो तो सही राह दिखाओ।

ढाई अक्षर प्रेम का उधव जी तेरे ब्रम्ह ज्ञान पर भारी है।
ज्ञान मार्ग सागर भले हो तेरा प्रेम तो यमुना का पानी है।

छोड़ गए क्यो? क्या दोष है मेरा ? जाओ जाकर पुछकर आओ।
मोक्ष, ज्ञान, स्वर्ग सब मैं त्यागू तुम जाओ कान्हा को लेकर आओ।

दयालु कृपालु कृपानिधि कहलाने वाले प्रैमियो को छोड़कर जानेवाले।
कितना रोई बिछड़कर राधा उससे सर्वज्ञाता कहलाते हो तो मुझे बताओ।

ज्ञान मार्ग पर चलकर उधव मोक्ष मुझे मिल सकता है यही समझाने आए हैं।
जन्म जन्मांतर तक कान्हा की रहे राधा प्रेम मार्ग यही पाठ हमें सिखलाता है।

जाओ उधव जी जाकर मेरे कृष्णा को मेरा संदेश सुनाए।
जाने से पहले उधव जी प्रेम की रीत तो समझते जाए ।
प्रेम में आनंद है कितना किए बगैर कोई समझ न पाए।
मेरी मानो ज्ञान मार्ग छोड़ प्रेम मार्ग पर आप भी आए।
ढाई अक्षर प्रेम का

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