कीटनाशक तो हजारों मिलते हैं बाजार में परन्तु उनका उपयोग करने से की तरह की परेशानी भी देखने को मिलती हैं। हमारे पौधे कीटरहित हो जाए और लाभदायक कीटों का नाश न हो , साथ ही हमारी मिट्टी और लाभदायक मधुमक्खी, तीतली, चिड़िया पर कौई बुरे असर न हो हम अपने बगीचे के पौधों पर आर्गेनिक कीटनाशक का छिड़काव करें। मैं आज कुछ ऐसी ही वस्तुओं का नाम शेयर कर रही जो आपके घर में ही उपलब्ध है, कही दूर जाकर पैसे खरचने की जरूरत नहीं है।
एफीड, मीलीबग, स्नेल,स्केल्स, थ्रीप्स,मौत स्पाईडर माउंट जैसे कीटों और उनके अंडो का सफाया करने के लिए दो चार दिन के अंतराल पर तब तक उपयोग करें जब तक यह पूरी तरह समाप्त न हो जाए। ध्यान रखें कीट अक्सर पत्तो के नीचे छिपा रहता है।
(१) नीम आयल-- एक लीटर एक चम्मच के हिसाब से नीम आयल, एक चम्मच लिक्विड सौप हल्की सुसम पानी में घोलकर उपयोग करें।
(२) गुलदाऊदी-- गुलदाऊदी के सूखे फूल सौ ग्राम को एक लीटर पानी में बीस मिनट तक उबालें, ठंडा होने पर उपयोग करें।
(३) प्याज- लहसुन - एक प्याज , एक गोटा लहसुन का पेस्ट बनाकर पांच लीटर पानी मे चौबीस घंटे रखने के बाद छिड़काव करे।
(4) खैनी- खैनी का एक पत्ता पांच लीटर पानी मे चौबीस घंटा रखकर उपयोग करने से पत्ता खानेवाला कीट, कैटर पीलर ,एफीड,मीलीबग से छुटकारा मिलेगी। खैनी उपलब्ध नही होने पर सिगरेट या बीड़ी की सहायता ले।
(5) मिर्च- हरी या लाल मिर्च और लिक्विड सौंप से छिड़काव से भी फायदे होगे।
(6) वियर- वियर का इस्तेमाल कर भी पौधो को कीट से बचाए सकते है।
(7) अल्कोहल- अल्कोहल से स्नेल का सफाया किया जा सकता है।
(8) व्हाइट वेनेगर- चीटी के प्रकोप से निजात दिलाएगा।
(9) कनेर /धतूरे- इस पर मेरे चैनल बोकारो गार्डन मे विडियो होगी। आप जाकर देख सकते है। इस कीटनाशक का उपयोग फल और सब्जी पर न करे।
(10) गोमूत्र- आर्गेनिक कीटनाशक मे सबसे महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इसका उपयोग सभी प्लांट पर कर सकते है। इसे तैयार कैसे करनी है, इसे आप बोकारो गार्डन चैनल पर देखकर बना ले।
(11) वासील, रोज मेरी, लवेन्डर- इसके पत्ते को कुचल कर पाच लीटर पानी मे चौबीस घंटा रखे फिर इस्तेमाल करे।
(12) आरेंज सिटरस आयल- एक तस्वीर आ रेंज सिटरस आयल , दो तीन चम्मच लिक्विड सौप पाच लीटर पानी मे मिलाकर उपयोग करने से स्लग और चीटी से छुटकारा पाया जा सकता है।
(13)यूकेलिप्टस- मक्खी, मधुमक्खी, वप्स पर लाभदायक है।
(14) मिक्स- मिर्च, लहसुन, ब्लैक पेपर, लिक्विड सौप सबकी मात्रा बराबर रखे। इसके छिड़काव से स्पाइडर माईट के अलावा बहुत से कीटो का सफाया हो जाएगा।
नोट- आपको कुछ पूछना हो तो कौमेट मे पूछ सकते है।
एफीड, मीलीबग, स्नेल,स्केल्स, थ्रीप्स,मौत स्पाईडर माउंट जैसे कीटों और उनके अंडो का सफाया करने के लिए दो चार दिन के अंतराल पर तब तक उपयोग करें जब तक यह पूरी तरह समाप्त न हो जाए। ध्यान रखें कीट अक्सर पत्तो के नीचे छिपा रहता है।
(१) नीम आयल-- एक लीटर एक चम्मच के हिसाब से नीम आयल, एक चम्मच लिक्विड सौप हल्की सुसम पानी में घोलकर उपयोग करें।
(२) गुलदाऊदी-- गुलदाऊदी के सूखे फूल सौ ग्राम को एक लीटर पानी में बीस मिनट तक उबालें, ठंडा होने पर उपयोग करें।
(३) प्याज- लहसुन - एक प्याज , एक गोटा लहसुन का पेस्ट बनाकर पांच लीटर पानी मे चौबीस घंटे रखने के बाद छिड़काव करे।
(4) खैनी- खैनी का एक पत्ता पांच लीटर पानी मे चौबीस घंटा रखकर उपयोग करने से पत्ता खानेवाला कीट, कैटर पीलर ,एफीड,मीलीबग से छुटकारा मिलेगी। खैनी उपलब्ध नही होने पर सिगरेट या बीड़ी की सहायता ले।
(5) मिर्च- हरी या लाल मिर्च और लिक्विड सौंप से छिड़काव से भी फायदे होगे।
(6) वियर- वियर का इस्तेमाल कर भी पौधो को कीट से बचाए सकते है।
(7) अल्कोहल- अल्कोहल से स्नेल का सफाया किया जा सकता है।
(8) व्हाइट वेनेगर- चीटी के प्रकोप से निजात दिलाएगा।
(9) कनेर /धतूरे- इस पर मेरे चैनल बोकारो गार्डन मे विडियो होगी। आप जाकर देख सकते है। इस कीटनाशक का उपयोग फल और सब्जी पर न करे।
(10) गोमूत्र- आर्गेनिक कीटनाशक मे सबसे महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इसका उपयोग सभी प्लांट पर कर सकते है। इसे तैयार कैसे करनी है, इसे आप बोकारो गार्डन चैनल पर देखकर बना ले।
(11) वासील, रोज मेरी, लवेन्डर- इसके पत्ते को कुचल कर पाच लीटर पानी मे चौबीस घंटा रखे फिर इस्तेमाल करे।
(12) आरेंज सिटरस आयल- एक तस्वीर आ रेंज सिटरस आयल , दो तीन चम्मच लिक्विड सौप पाच लीटर पानी मे मिलाकर उपयोग करने से स्लग और चीटी से छुटकारा पाया जा सकता है।
(13)यूकेलिप्टस- मक्खी, मधुमक्खी, वप्स पर लाभदायक है।
(14) मिक्स- मिर्च, लहसुन, ब्लैक पेपर, लिक्विड सौप सबकी मात्रा बराबर रखे। इसके छिड़काव से स्पाइडर माईट के अलावा बहुत से कीटो का सफाया हो जाएगा।
नोट- आपको कुछ पूछना हो तो कौमेट मे पूछ सकते है।
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