जिंदगी मुहलत दे तो मौत से लड़ सकता हूं।
पास गर तू हो तो मैं वक्त से लड़ सकता हूं।
सात जन्मों का साथ निभाने को गर तैयार हो।
कंगन झूमका हार नहीं प्यार देने को तैयार हो।
आपके खातिर इल्ज़ाम रुसवाईयां भी सह जाएंगे।
इस जहां से उस जहां तक गर आप साथ मेरे जाएंगे।
एक मुस्कराहट ही आपका बढ़ा देती है रफ्तारे दिल।
धड़कन ही रुक जाएगी खुद को इंतजार करते पाएंगे।
कसमें वादे प्यार मुहब्बत कहने की बात है।
कंगन झूमका हार नहीं प्यार देने को तैयार हो।
आपके खातिर इल्ज़ाम रुसवाईयां भी सह जाएंगे।
इस जहां से उस जहां तक गर आप साथ मेरे जाएंगे।
एक मुस्कराहट ही आपका बढ़ा देती है रफ्तारे दिल।
धड़कन ही रुक जाएगी खुद को इंतजार करते पाएंगे।
कसमें वादे प्यार मुहब्बत कहने की बात है।
अब न लैला कोई है ना कोई यहां फरहाद है।
मेरे मुंह पर है जो मेरे हटते तेरे साथ है।
दर्द में सब है अकेले जानी हुईं ऐ बात है।
शिकवे - शिकायत अब नहीं करता है वह ।
चुप्पी में उसके छूपा न जाने कौन सा राज है।
मंज़र बदलने से कहो हासिल होना है क्या।
जिनके पहले ठाठ थे उनके आज भी ठाठ है।
हुकूमरान बदले हुकूमत न बदली।
कहो इसमें हैरानी की क्या बात है।
अकेले आया था यहां तू जाना वहां भी है अकेले।
पल दो पल का साथ है जाता कहां कोई साथ है।
जिनके पहले ठाठ थे उनके आज भी ठाठ है।
हुकूमरान बदले हुकूमत न बदली।
कहो इसमें हैरानी की क्या बात है।
अकेले आया था यहां तू जाना वहां भी है अकेले।
पल दो पल का साथ है जाता कहां कोई साथ है।
1 Comments
Saath to de de par ahsaas baki nahi. Nicely written
ReplyDelete