अश्को को रोके रखोगे कब तक सनम,
अब आंखो से उनको गीरा दीजिए।
आने को हम आ जाए बिन बुलाए मगर,
लौटते वक्त दरवाजे तक तो आ जाइए।
पानी मे पानी हमने मिला दिया तो सही,
अलग कर आप हमे दिखला दीजिए।
घना अंधेरा फैला है बिन आपके ,
सूरज को निमंत्रण दे बुला दीजिए।
सारे जहां की खुशी जब मिले आपको,
आप चाहे तो हमको भूला दीजिए।
गम गर कोई आ जाए घर को मेरे ,
कंधे पर हाथ रखकर दुआ दीजिए।
मौत को आनी है वो तो आएगी एक दिन,
आकर मौत को मुक्कमल बना दीजिए।
हम न आएगे अब बिन बुलाए आपके,
आप कितनी भी घुँघरू बजा लीजिए।
आपसे तो अच्छी है यादे आपकी ,
जुर्रत हो तो रोककर दिखा दीजिए।
अब आंखो से उनको गीरा दीजिए।
आने को हम आ जाए बिन बुलाए मगर,
लौटते वक्त दरवाजे तक तो आ जाइए।
पानी मे पानी हमने मिला दिया तो सही,
अलग कर आप हमे दिखला दीजिए।
घना अंधेरा फैला है बिन आपके ,
सूरज को निमंत्रण दे बुला दीजिए।
सारे जहां की खुशी जब मिले आपको,
आप चाहे तो हमको भूला दीजिए।
गम गर कोई आ जाए घर को मेरे ,
कंधे पर हाथ रखकर दुआ दीजिए।
मौत को आनी है वो तो आएगी एक दिन,
आकर मौत को मुक्कमल बना दीजिए।
हम न आएगे अब बिन बुलाए आपके,
आप कितनी भी घुँघरू बजा लीजिए।
आपसे तो अच्छी है यादे आपकी ,
जुर्रत हो तो रोककर दिखा दीजिए।
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