नामुमकिन उनको भुलाना है जिद्द न किया जाए।
भुलाने की कोशिश मे योही समय न गवांया जाए।
आसान सा काम को मुश्किल न बनाया जाए ।
खुद को मनाना छोड़कर उनको मनाया जाए।
गम आए दर पर दरवाजे तक छोड़ आया जाए।
छोटी खुशी है छोटी सही जमकर मनाया जाए ।
बड़ी की चाहत मे छोटी सी खुशी न भुलाया जाए ।
मौत आने तलक जिदंगी को हंसकर बिताया जाए ।
मनाने की चाहत मे हमसफर को न रूठाया जाए ।
दिल के आग को न शराब के आग से बुझाया जाए ।
वक्त रोकने के लिए हाथ मे पत्थर क्यों उठाया जाए।
नसीब बदलने के लिए सर न दिवार से टकराया जाए।
जिस बात पर ना हो वश अपना उसे दिल से भुलाया जाए ।
घायल न हो दिल अपना दिलग्गीवाजो से उसे बचाया जाए ।
जमाने मे निशानेबाज है हजारो अर्जुन को क्यो बुलाया जाए।
चलाने तो तीर उसे देखे हम भी तो इस पार या उस पार जाए।
जिदंगी में पाने - खोने का अब हिसाब क्यों लगाया जाए।
दर्द को भी उनका तोहफा समझकर गले.से लगाया जाए।
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