पीस लिली एक बहुत ही खूबसूरत फूलों वाला पौधा जिसे हम इनडोर भी लगा सकते हैं। यह एयर प्यूरीफायर प्लांट है। नासा ने इसको एयर प्यूरीफायर प्लांट में रखा है। या घर के अंदर की हवा को साफ करता है।
आइए आज कुछ जानकारी लेते हैं, इस पौधे की देखरेख कैसे करनी है ताकि इसमें फ्लावर्स अच्छी तरह से आए और हमारा प्लांट भी हेल्थी रहे।
१) मिट्टी - सबसे पहले मिट्टी की बात की जाए, गमले में लगे हुए पीस लिली के पौधे को अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी चाहिए। पानी का रुकना पौधे के लिए अच्छा नहीं होता।
साथ ही पीस लिली प्लांट की मिट्टी हमेशा नमीयुक्त रखनी है।
२) पानी - आपने अगर पीस लिली के पौधे लगाए हैं तो पानी पर आपको विशेष ध्यान रखनी है। मिट्टी में नमी भी होनी चाहिए ,पानी रुकने भी नहीं चाहिए। पीस लिली के पौधे केमिकल पसंद नहीं करते।
आप तो आपको सुनिश्चित करना होगा आपके नल के पानी में केमिकल की मात्रा अधिक तो नहीं है। आरो का पानी देना ,या फिर बर्षा का पानी पीस लिली के लिए अच्छा होता है। साथ ही नमी बरकरार रहते हुए पानी को रुकने नहीं देनी है।
३) पीस लिली का पौधा हाई हुमीनिटी पसंद करता है।
४) इनडोर - ऑफिस लिली के पौधे को अपने घर के अंदर भी रख सकते हैं यह आपके घर की वायु को साफ करता है। इंदौर में रखने पर आपको ऐसे जगह पर रखनी है यहां ब्राइट लाइट आती हो। इसके बावजूद भी आप के पौधे में फूल नहीं आएंगे। पीस लिली में फूल लेने के लिए आपको इसे इनडायरेक्ट लाइट में रखनी होगी जो कि बाहर आउटडोर रखने में ही हासिल होती है।
५) खाद - पीस लिली को बहुत ज्यादा खा देने की आवश्यकता नहीं है। आप महीने में एक बार लिक्विड फर्टिलाइजर 20-20- 20 या 10-20 -20 दे सकते हैं। पीस लिली के पौधे में इप्सोम साल्ट दिया जा सकता है।
कॉफी भी पीस लिली के लिए अच्छी होती है।
६) पीस लिली को स्प्रीग में रिपौट कर सकते हैं साथ ही इस समय आप जड़ के पास निकलने वाले नन्हे पौधे से और भी प्लांट बना सकते हैं।
७) पीस लिली का ग्रोइंग सीजन समर होता है समर की शुरुआत से हैं इसमें फूल आने शुरू हो जाते हैं जो काफी ठंडा आने के दिनों तक चलते रहते हैं।
८) पीस लिली के फूल जब ड्राई हो जाए तो उसे हटाने में जहां से उसके फूल वाले डंठल निकले होते हैं उसी जगह से कट करके हटा देनी चाहिए। इसी तरह जो पत्ते सारे गले पीले हो गए हो उन्हें भी कटिंग करके हटा देनी है।
९) पीस लिली के पत्ते पीले या ब्राउन हो रहे हैं तो आपको अपने पानी देने पर ध्यान रखनी होगी या तो आप पौधे को कम पानी दे रहे हो या फिर आपको हर वाटर इन कर रहे हो।
१०) यदि आपके पीस लिली के प्लांट में फूल नहीं आ रहे हैं तो आपको उसे इन डायरेक्ट लाइट में बाहर ले जानी होगी। आप पीस लिली के पौधे की मिट्टी में कॉफी मिला सकते हैं।
११) टॉक्सिक - पीस लिली का पौधा टॉक्सिक माना जाता है। आपके पेट जैसे डॉग कैट इसे प्रभावित हो सकते हैं। कुछ हद तक मनुष्य में अभी स्किन मैं कुछ परेशानी हो सकती है।
आइए आज कुछ जानकारी लेते हैं, इस पौधे की देखरेख कैसे करनी है ताकि इसमें फ्लावर्स अच्छी तरह से आए और हमारा प्लांट भी हेल्थी रहे।
१) मिट्टी - सबसे पहले मिट्टी की बात की जाए, गमले में लगे हुए पीस लिली के पौधे को अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी चाहिए। पानी का रुकना पौधे के लिए अच्छा नहीं होता।
साथ ही पीस लिली प्लांट की मिट्टी हमेशा नमीयुक्त रखनी है।
२) पानी - आपने अगर पीस लिली के पौधे लगाए हैं तो पानी पर आपको विशेष ध्यान रखनी है। मिट्टी में नमी भी होनी चाहिए ,पानी रुकने भी नहीं चाहिए। पीस लिली के पौधे केमिकल पसंद नहीं करते।
आप तो आपको सुनिश्चित करना होगा आपके नल के पानी में केमिकल की मात्रा अधिक तो नहीं है। आरो का पानी देना ,या फिर बर्षा का पानी पीस लिली के लिए अच्छा होता है। साथ ही नमी बरकरार रहते हुए पानी को रुकने नहीं देनी है।
३) पीस लिली का पौधा हाई हुमीनिटी पसंद करता है।
४) इनडोर - ऑफिस लिली के पौधे को अपने घर के अंदर भी रख सकते हैं यह आपके घर की वायु को साफ करता है। इंदौर में रखने पर आपको ऐसे जगह पर रखनी है यहां ब्राइट लाइट आती हो। इसके बावजूद भी आप के पौधे में फूल नहीं आएंगे। पीस लिली में फूल लेने के लिए आपको इसे इनडायरेक्ट लाइट में रखनी होगी जो कि बाहर आउटडोर रखने में ही हासिल होती है।
५) खाद - पीस लिली को बहुत ज्यादा खा देने की आवश्यकता नहीं है। आप महीने में एक बार लिक्विड फर्टिलाइजर 20-20- 20 या 10-20 -20 दे सकते हैं। पीस लिली के पौधे में इप्सोम साल्ट दिया जा सकता है।
कॉफी भी पीस लिली के लिए अच्छी होती है।
६) पीस लिली को स्प्रीग में रिपौट कर सकते हैं साथ ही इस समय आप जड़ के पास निकलने वाले नन्हे पौधे से और भी प्लांट बना सकते हैं।
७) पीस लिली का ग्रोइंग सीजन समर होता है समर की शुरुआत से हैं इसमें फूल आने शुरू हो जाते हैं जो काफी ठंडा आने के दिनों तक चलते रहते हैं।
८) पीस लिली के फूल जब ड्राई हो जाए तो उसे हटाने में जहां से उसके फूल वाले डंठल निकले होते हैं उसी जगह से कट करके हटा देनी चाहिए। इसी तरह जो पत्ते सारे गले पीले हो गए हो उन्हें भी कटिंग करके हटा देनी है।
९) पीस लिली के पत्ते पीले या ब्राउन हो रहे हैं तो आपको अपने पानी देने पर ध्यान रखनी होगी या तो आप पौधे को कम पानी दे रहे हो या फिर आपको हर वाटर इन कर रहे हो।
१०) यदि आपके पीस लिली के प्लांट में फूल नहीं आ रहे हैं तो आपको उसे इन डायरेक्ट लाइट में बाहर ले जानी होगी। आप पीस लिली के पौधे की मिट्टी में कॉफी मिला सकते हैं।
११) टॉक्सिक - पीस लिली का पौधा टॉक्सिक माना जाता है। आपके पेट जैसे डॉग कैट इसे प्रभावित हो सकते हैं। कुछ हद तक मनुष्य में अभी स्किन मैं कुछ परेशानी हो सकती है।
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