कुछ पल चुराने हैं मुझे तुम चुराने दो।
ऐ जिन्दगी मुझे भी तुम मुस्कराने दो।
हर क्षण बेचा, कुछ खैरात भी बांटा हैं
एक- एक पल बर्षो की तरह गुजारा है।
एक क्षण ऐसा दो केवल बस मेरा हो।
आंखें हों मेरी इनमें आंसू भी मेरे हो।
पोंछे जो हम अश्रु वो कर भी मेरे हो।
ना देखे कोई भी, जो दर्द हो हमारे हो।
रोऊं खुद ही पोंछू आंसू तो सूखाने दो।
ऐ जिन्दगी मुझे भी आज मुस्कराने दो।
ऐ जिन्दगी मुझे भी तुम मुस्कराने दो।
हर क्षण बेचा, कुछ खैरात भी बांटा हैं
एक- एक पल बर्षो की तरह गुजारा है।
एक क्षण ऐसा दो केवल बस मेरा हो।
आंखें हों मेरी इनमें आंसू भी मेरे हो।
पोंछे जो हम अश्रु वो कर भी मेरे हो।
ना देखे कोई भी, जो दर्द हो हमारे हो।
रोऊं खुद ही पोंछू आंसू तो सूखाने दो।
ऐ जिन्दगी मुझे भी आज मुस्कराने दो।
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