किसी से प्रशंसा जीवन में मिलेगी तो किसी से शिकायत मिलेगी।
जब तलक साँसें रहेगी हमारी जीवन तब तलक यूं ही चलता रहेगा।
कभी बन जायेंगे पराए भी अपने कभी अपनो से बेबफाई मिलेगी।
मुंह पर मीठे बोल सुनोगे पीठ के पीछे उनकी शिकायत मिलेगी।
खुशी में साथ चलेंगे हजारों गम में ढ़ूढ़े न अपनी परछाई मिलेंगी।
जाना है अंतिम यात्रा में अकेले श्मशान तक कंधे की सवारी रहेगी।
लगाई नहीं एक भी पेड़ साथ जलने में उसी की तैयारी मिलेगी।
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