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Bhartvashi kahlane ka hame adhikar mile |
हरी भरी सी है यह धरती
नीला- नीला अपना अंबर ।
गगन चुमती पर्वत की शिखर
सबसे सुंदर अपना भारत ।
मंदिर में बजे ढोल मजीरे
मस्जिद से अंजान सुने ।
गुरुद्वारे में टेक सर अपना
गिरजाघर का हम सम्मान करें ।
एक भारत में चारों धाम सरीखे
मां भारती का हथियार बने ।
हम देश के यह देश हमारा
तन मन धन से इसको प्यार करें ।
बजे कहीं मंदिर में घंटे
कहीं से हम अंजान सुने ।
मंदिर मस्जिद चर्च गुरुद्वारा
सबके सामन्जस्य है जिसमें ।
राम कृष्ण की जन्मभूमि हमारी
गुरुनानक गौतम वुद्ध महान मिले ।
मिलने को तो मिले हजारों
मिसाइल मैन बन हमें कलाम मिलें ।
धन्य भारत है जिसकी धरा पर
जन्म लेने का इन्हें सौभाग्य मिले ।
इतराता हूं मैं किस्मत पर अपने
भारतीय कहलाने का हमें अधिकार मिले ।
जिस
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