Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

इतराता हूं मैं किस्मत पर अपने

Bhartvashi kahlane ka hame adhikar mile

हरी भरी सी है यह धरती 

नीला- नीला अपना अंबर ।

गगन चुमती पर्वत की शिखर 

सबसे सुंदर अपना भारत ।

मंदिर में बजे ढोल मजीरे 

मस्जिद से अंजान सुने ।

गुरुद्वारे में टेक सर अपना 

गिरजाघर का हम सम्मान करें ।

एक भारत में चारों धाम सरीखे

मां भारती का हथियार बने ।

हम देश के यह देश हमारा 

तन मन धन से इसको प्यार करें ।

बजे कहीं मंदिर में घंटे 

कहीं से हम अंजान सुने ।

मंदिर मस्जिद चर्च गुरुद्वारा

सबके सामन्जस्य है जिसमें ।

राम कृष्ण की जन्मभूमि हमारी 

गुरुनानक गौतम वुद्ध महान मिले ।

मिलने को तो मिले हजारों 

मिसाइल मैन बन हमें कलाम मिलें ।

धन्य भारत है जिसकी धरा पर

जन्म लेने का इन्हें सौभाग्य मिले ।

इतराता हूं मैं किस्मत पर अपने 

भारतीय कहलाने का हमें अधिकार मिले ।


जिस












Post a Comment

0 Comments