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जिंदगी के फर्मूले |
मौनी बाबा वाचाल हो गई
फार्मूला और गणित का चोली दामन का साथ है।
फार्मूला बिना जिंदगी और गणित दोनों बेकार है।
साईन कौस टैन कौट सेक कौसेक थीटा।
किस में कौन फर्मूले फिट कौन पीटा।
गलती हुई तो फिर शिक्षक ने भी पीटा।
जिंदगी में बहुत विद्वान बनो तो शायद काम आए।
मेरे जैसे साधारण साहित्य प्रेमी के किस काम के।
कभी चोरी नहीं करने वाली, मैं और ट्रिग्नोमेट्री।
आंसू भरी आंखें छत तकती मैं और चुप बैठे तुम।
मेरे मौन रहने की प्रवृत्ति से परेशान तुम।
वाचाल हो गई इतनी पहचान नही पाओगे तुम।
आप तो बस कविता लिखों और पौधे लगाओ🙂
यह गणित आपके वश का नही।
वादा करो आंसू नही टपकाओगे।
अभी बताता हूं कौन सा फार्मूला लगेगा?
मेरे हाथ से कलम छीनकर लगा दिया तुमने।
सारे प्रश्न हल कर कॉपी कलम पकड़ा दिया।
शिक्षक के व्यंग्य वाण से कभी बचाया मुझे।
तो कभी परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने से बचा लिया मुझे।
जिंदगी जीने के फर्मूले कौन बताएगा हर परीक्षा में फेल हो जाती हूं।
अब तो डर सा लगने लगा है जिंदगी भी तमाम उम्र परीक्षा लेगी।
मैं गलत फार्मूला लगाती रहूंगी ।
एक बार बस एक बार आ जाओ।
मेरे हाथ से फिर कलम छीन
जिंदगी के प्रश्नपत्र हल कर दो।
तेरे वगैर मैं जिंदगी की जंग हार जाऊंगी आ जाओ तेरी जरूरत है।
जानती हूं जिंदगी मेरी है इसके प्रश्नपत्र मुझे ही हल करने होंगे।
कोई भी शख्स मेरी सहायता करने के लिए राजी नहीं होगा।
एक बस एक तू ही तो है जो मुझे बचाने आएगा ही नहीं दौड़कर आएगा।
यह है मेरी आस्था और तुम पर मेरा अटूट विश्वास क्या तू समझ पाएगा।
बस एक बार आ जाओ।
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