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4'o clock// Samdhyamalati

संध्या मालती के अनेको नाम है,मारवेल आॅफ पेरू,मिराबिलीस जलपा आदि ।यह
 साउथ अमेरिका के पहाङो पर पाया जाता है।
यह चार बजे शाम मे खिलता है। बादल हो तो खिला ही रहता है ।मीठी सी सुगध
मधुमक्खियो ,तितलियो को आकर्षित करती है। यह मध्य समर तक फूल देगा ।
रंग --सध्या फूल लाल,उजला,परपल और मिले जुले रंगो मे बहुत सुन्दर दिखता है
कैसे लगाए --आप इसे गमले या क्यारियों में लगा सकते है। मिट्टी अच्छी हो गोबर
 खाद मिला दे ।
इसे आप दोनो तरीके से लगा सकते है बीज से या जङ मे निकले बल्ब से ।
यह आसानी से बीज से निकल जाता है । अगली बार जहाँ आपने लगाई है
वहाँ अनेको पौधे निकल जाएगे। बीज स्प्रिग से पहले लगा ले।
धूप--संध्या फूल पूरी धूप या कम धूप मे हो जाती है परन्तु थूप अच्छी हो तो
 फूल अधिकआएगे ।
पानी --- मिट्टी नम रखें ,पानी रूकनी नही चाहिए ।
किङे---वैसे यह बहुत मजबूत होता है कीङे का प्रकोप नही होता ,फिर भी आप
नीम आॅयल का उपयोग कर सकते है।
खिले हुए फूल या सूखे फूल ,पत्ते टहनियो को हटा दे।
आवश्यक जानकारी--- यह मेडिसनल  पौधा है । इसकी जानकारी हम बाद
मे देखेगे  । बीज इसके जहरीले होते है अतः सावधानी रखे। बीज को फूल सूखने
पर अलग करके रख ले अगले बार काम आएगे ।
                                                           नगीना शर्मा

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