बेल की विशेषता इतनी है जिसकी गीनती नहीं की जा सकती । बेल का शरबत हम सभी को गर्मी से राहत दिलाता है। यह पाचन क्रिया में सहायक है । आयुर्वेदिक दवा में इसके पत्ते ,जड़ सभी का उपयोग होता है। बगीचे में इसका रहना अच्छा माना जाता है।
(१) कैसे लगाए-- इसे बीज से लगा सकते हैं। जब पौधा एक साल का हो जाए तब कलम बांधा जाता है। कलम बंधा पौधा जल्द फल देता है साथ ही इसके फल बड़े होते हैं । जबकि बीजेपी वाले पौधे देर से फल देते हैं। इनके फल छोटे होते पेड़ों में हाईब्रिड वाले की अपेक्षा अधिक कांटे होते हैं।मई-जून जून में बीज से पौधें बना सकते हैं।
(२) मिट्टी- वैसे इसे दोमट मिट्टी पसंद है लेकिन किसी भी मिट्टी से इसे परेशानी नहीं है। इसके पत्ते सुन्दर होते हैं ,अगर आप बोनसाई या बगीचे की हरियाली के लिए लगाना चाहते तो ड्रेनेज अच्छी रखें।
(३) खाद-- गोबर और बड़े - गले पत्ते की खाद दें।
(४)फल-- मार्च से मई में फल आते हैं ।फल शुरु में हरे होते। तैयार यानि खाने लायक होने पर यह पीला हो जाता है। पीला होने पर इसे छोड़ देनी है अन्यथा यह ब्राउन हो जाता है और यह खाने लायक नहीं बचता ।
(१) कैसे लगाए-- इसे बीज से लगा सकते हैं। जब पौधा एक साल का हो जाए तब कलम बांधा जाता है। कलम बंधा पौधा जल्द फल देता है साथ ही इसके फल बड़े होते हैं । जबकि बीजेपी वाले पौधे देर से फल देते हैं। इनके फल छोटे होते पेड़ों में हाईब्रिड वाले की अपेक्षा अधिक कांटे होते हैं।मई-जून जून में बीज से पौधें बना सकते हैं।
(२) मिट्टी- वैसे इसे दोमट मिट्टी पसंद है लेकिन किसी भी मिट्टी से इसे परेशानी नहीं है। इसके पत्ते सुन्दर होते हैं ,अगर आप बोनसाई या बगीचे की हरियाली के लिए लगाना चाहते तो ड्रेनेज अच्छी रखें।
(३) खाद-- गोबर और बड़े - गले पत्ते की खाद दें।
(४)फल-- मार्च से मई में फल आते हैं ।फल शुरु में हरे होते। तैयार यानि खाने लायक होने पर यह पीला हो जाता है। पीला होने पर इसे छोड़ देनी है अन्यथा यह ब्राउन हो जाता है और यह खाने लायक नहीं बचता ।
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