मां कहो तो पूछूं तुमसे एक सवाल।
राम ही थे जब पास तुम्हारे
सोने के हिरण की क्या थी दरकार।
मां कहो तो पूछूं तुमसे एक सवाल।
मां मन में मेरे आया है एक सवाल।
सोने की लंका थी चरणों में तेरे
राम का ही आता रहा क्यू तुम्हें ख्याल।
मां कहो तो पूछूं तुमसे एक सवाल।
बहुत दिनों से सोच रही मां पूछूं एक सवाल।
जब वन में निकाला था जिसने क्या वहीं थे राम।
धरती में समाई तुम थी तो तू जी भरकर रोई होगी।
सीने से लगकर धरती मां से सारी व्यथा सुनाई होगी
मां दे दो तुम मुझे ज़बाब
मां कहो तो पूछूं एक सवाल।
राम ही थे जब पास तुम्हारे
सोने के हिरण की क्या थी दरकार।
मां कहो तो पूछूं तुमसे एक सवाल।
मां मन में मेरे आया है एक सवाल।
सोने की लंका थी चरणों में तेरे
राम का ही आता रहा क्यू तुम्हें ख्याल।
मां कहो तो पूछूं तुमसे एक सवाल।
बहुत दिनों से सोच रही मां पूछूं एक सवाल।
जब वन में निकाला था जिसने क्या वहीं थे राम।
धरती में समाई तुम थी तो तू जी भरकर रोई होगी।
सीने से लगकर धरती मां से सारी व्यथा सुनाई होगी
मां दे दो तुम मुझे ज़बाब
मां कहो तो पूछूं एक सवाल।
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