चलो आज एक काम करते है।
तुम भी माफ कर देना मुझको।
हम भी तुमको मुआफ करते है।
हमको भी शिकायत है जब तुमसे।
कुछ तुमको शायद हमसे भी होगी।
हमे शिकायत न हो एक - दूसरे से।
चलो ऐसा हम कुछ काम करते है।
गाहे - वगाहे दिल गर दुखाया है।
चलो आज हम स्वीकार करते है।
खुशी जब भी निकले घर से।
उसका ठिकाना तेरा ही घर हो।
गम भूल जाए राह अपना।
जो उसको तेरे घर जाना हो।
हाथ जब भी उठे हमारा ।
हर दुआ बस एक दूसरे लिए हो।
मेरी दुआ मे इतनी असर हो।
दुख तेरे घर का पता भूल जाए।
तेरी दुआ का ऐसा असर हो।
मरकर भी ना हम तुम्हे भूल पाए।
खुदा हिफाजत करे तुम्हारा।
उसके निगेहवानी मे रहो तुम।
जब भी आए खुशी का आलम।
कसम है तुमको हमे याद करना।
भले रहू ना दोस्तो के फेहरिस्त मे।
गैरी मे ना हमे कभी शुमार करना।
भले ना हू तेरी मुआफी के काबिल।
मेरी कसम है तुमको मुझे माफ करना।
तुम भी माफ कर देना मुझको।
हम भी तुमको मुआफ करते है।
हमको भी शिकायत है जब तुमसे।
कुछ तुमको शायद हमसे भी होगी।
हमे शिकायत न हो एक - दूसरे से।
चलो ऐसा हम कुछ काम करते है।
गाहे - वगाहे दिल गर दुखाया है।
चलो आज हम स्वीकार करते है।
खुशी जब भी निकले घर से।
उसका ठिकाना तेरा ही घर हो।
गम भूल जाए राह अपना।
जो उसको तेरे घर जाना हो।
हाथ जब भी उठे हमारा ।
हर दुआ बस एक दूसरे लिए हो।
मेरी दुआ मे इतनी असर हो।
दुख तेरे घर का पता भूल जाए।
तेरी दुआ का ऐसा असर हो।
मरकर भी ना हम तुम्हे भूल पाए।
खुदा हिफाजत करे तुम्हारा।
उसके निगेहवानी मे रहो तुम।
जब भी आए खुशी का आलम।
कसम है तुमको हमे याद करना।
भले रहू ना दोस्तो के फेहरिस्त मे।
गैरी मे ना हमे कभी शुमार करना।
भले ना हू तेरी मुआफी के काबिल।
मेरी कसम है तुमको मुझे माफ करना।
0 Comments