तिरंगे मे लपेट कर आया मेरा लाल।
कौन दे गया आधा सेर मांस।
बता दे कहां गया मेरा लाल।
मां की आंखों का तारा था।
पिता का था वो दाया हाथ।
लोथड़ा में ढूढे कैसे लाल।
घर में कवारी बहन बैठी है।
राखी लेकर थाल सजाएं।
बहना ढूंढ रही हाथों को।
बता दे कहां गया तेरा हाथ।
लोथड़ा में ढूंढ़े कैसे हाथ।
बच्चे पिता से चिपकना चाहे।
मां की शिकायत करना चाहे।
हाथ में लेकर गुल्ली डंडा।
पिता संग खेलने को तैयार।
बता दे कहां गया मेरा पालनहार।
उसका हाल सुनोगे कैसे ?
जिसका था वह सोलह श्रृंगार।
सात जन्मों का वचन तोड़ कर ।
अर्द्धांगिनी का आधा अंग लेकर।
मातृभूमि पर हो गया खुद कुर्वान।
बता दें कहां है गया मेरा सुहाग।
भारत माता को नाज है तुमपर।
धन्य कोख तू मां का कर गया।
दुःख है बस तू आधा सेर रह गया।
मत रो मां,बहना,जीवनसंगिनी तू।
गर्व करो जो था आप सब का प्यारा।
आज भारत भूमि का वह नाज हो गया।
देश का रक्षक देश पर कुर्बान हो गया।
नोट--आपसे अनुरोध है सैनिक को सलामी जरूर दे।
कौन दे गया आधा सेर मांस।
बता दे कहां गया मेरा लाल।
मां की आंखों का तारा था।
पिता का था वो दाया हाथ।
लोथड़ा में ढूढे कैसे लाल।
घर में कवारी बहन बैठी है।
राखी लेकर थाल सजाएं।
बहना ढूंढ रही हाथों को।
बता दे कहां गया तेरा हाथ।
लोथड़ा में ढूंढ़े कैसे हाथ।
बच्चे पिता से चिपकना चाहे।
मां की शिकायत करना चाहे।
हाथ में लेकर गुल्ली डंडा।
पिता संग खेलने को तैयार।
बता दे कहां गया मेरा पालनहार।
उसका हाल सुनोगे कैसे ?
जिसका था वह सोलह श्रृंगार।
सात जन्मों का वचन तोड़ कर ।
अर्द्धांगिनी का आधा अंग लेकर।
मातृभूमि पर हो गया खुद कुर्वान।
बता दें कहां है गया मेरा सुहाग।
भारत माता को नाज है तुमपर।
धन्य कोख तू मां का कर गया।
दुःख है बस तू आधा सेर रह गया।
मत रो मां,बहना,जीवनसंगिनी तू।
गर्व करो जो था आप सब का प्यारा।
आज भारत भूमि का वह नाज हो गया।
देश का रक्षक देश पर कुर्बान हो गया।
नोट--आपसे अनुरोध है सैनिक को सलामी जरूर दे।
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