Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

जमाने से रुखसत हो

दुनिया मे मुहब्बत जिंदा है तेरे दम से।
मुहब्बत से गीतो गजलो की दुनिया है।

दिल पर अपने कोई बोझ ना रखिए।
हो दर्द कोई तो इजहार कर दीजिए ।

बाजीगरी अच्छी लगती भले ही हो सियासत मे।
दिल को पासा समझ कभी न खेलिए मुहब्बत मे।

जिंदगी जंग है गर तो इसे जीतना जरूरी है।
जिंदा है जब तक जंग चलते रहना जरूरी है।

जिंदगी के जद्दोजहद का हिसाब क्या रखना।
क्या पाया? क्या खोया? इसे याद क्या रखना।

सच और झूठ दोनो है जब सिक्के के दो पहलू।
बस जिंदगी मे अपना स्वाभिमान बनाए रखिए ।

जो कुछ भी मिला सब उपर वाले का ही करम है।
फर्क क्या है फूल आए या पत्थर उनके जानिब से।

सच से जो भी मिले वही लेकर जमाने से रुखसत हो।
खुदा की दी हुई जिंदगी खुदा के खिदमत मे हाजिर हो।
खिदमत मे हाजिर हो

Post a Comment

0 Comments