मेरे दिल की चाहत रूबरू होकर उनको बता आना।
चाहती हूं कितना उन्हें जाकर तुम ही बता आना।
दिल में है वो मैं स्वीकार करती हूं बता आना।
झूठी नहीं है ऐ बात उनसे चुपके से बता आना।
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Ye hawa udhar Jana to |
ऐ हवा उधर जाना तो मुझपर एक एहसान कर आना।
रूठे है मुझसे वो और मुझे मनाना नहीं आता।
जाकर उनके पास उन्हें तुम ही मना लाना।
लगता है अकड़ उसे अकड़ नहीं स्वाभिमान कहते है।
अकड़ और स्वाभिमान में अंतर उनको समझा आना।
ऐ हवा उधर जाना तो मुझपर एक एहसान कर आना।
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