वक्त लौटा दो
तुमको गवारा कहां था
मुमकिन है कि एक दिन मुझे भूल जाओगे।
ख्वाबों में ना आऊं क्या तरकीब लगाओगे।
यह रास्ते ऐ गलियां तुझे मेरा याद दिलाएंगे।
खेल चुके अगर तो मेरा दिल मुझे लौटा दो।
घरौंदा बनाने में जो लगाया था वक्त लौटा दो।
माना टूटा खिलौना है ना कोई काम आएगा।
बीती हई लम्हों को ना कभी दोहराएगा।
हमसफर बनने का कोई वादा कहां था।
पूरा नहीं पर तू मेरा आधा भी कहां था।
गलतफहमी में ही जी लेती जिंदगी अपनी।
लेकिन वह भी तुमको गवारा कहा था।
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