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मुझे मेरा औकात पता है |
किसी से मिलने के बाद किसी और को देखना अच्छा नहीं लगना ही प्यार है।
चेहरे पर मरने वालों की महफिल में प्यार नहीं हवस होती है।
तेरा जीतना तो निश्चित था।
तुमने अपनी जीत की दुआ मांगी।
मैं तुम्हारी दुआ कबूल हो जाए की दुआ मांगी।
हम हारे हैं कुछ इस कदर
वो जीत कर भी रो रहे हैं।
2)
छुपकर बहाए गए आंसू बताते हैं।
कोई आहिस्ता आहिस्ता टूट रहा है।
तुम्हारे माथे की सलवटें बता रही है।
कितना हिला कर तूफान गुजर गया।
3)हर रिश्ते में प्यार ही प्यार नहीं होता।
कुछ रिश्ते मजबूरियों के भी होते है।
निभाने वाले मजबूरी वाले रिश्ते को भी निभा जाते हैं।
छोड़ने वाले प्यार भरे रिश्ते भी ठुकरा कर चले जाते हैं।
बात-बात पर आंसू निकलता है कोई।
लगता है खामोशी से टूट रहा है कोई।
आईना का सामना करने से डरता है कोई।
गैरों के भीड़ में अपनों को ढूंढता है कोई।
किताब से कुछ निकाल कर सूंघता रहता है कोई।
छत पर बैठकर घंटों आकाश को घूरता रहता है कोई।
5)
रिश्ते को स्टैंड बाई मोड पर
खुद व खुद ऑफ होने दो।
इल्ज़ाम से डरना छोड़ दो।
स्टैंड बाई मोड पर रख दिया
रिश्ता खुद अपनी मौत मरा।
इल्ज़ाम से तुमको बचा दिया।
मरते हुए भी एहसान ही किया।
6)
कल्पना में जब-जब विचरती हूं।
तुमको बस अपना मान लेती हूं।
जब तुम साथ ना मेरे होते हो तो
मैं खुद को बस तेरा मान लेती हूं।
ख्यालों में ऐसे ही जी लेती हूं।
प्रेम को जी भरकर जी लेती हूं।
7)
कोई आपको पाना चाहता
आप किसी को पाना चाहते
इसकी अहमियत नहीं रहती।
मायने रखती है वह कौन है ?
जो आपको खोना नहीं चाहता
जिसको आप खोना नहीं चाहते।
8)
मैं अपना औकात नहीं भूलती।
मेरी औकात बतानी ना पड़ेगी।
तुमको अपना पता नहीं हो तो।
तुम मुझसे आकर मिल जाना।
9)
अपने जब दिल दुखाए तो
तुम मुझसे बात कर लेना।
चाहनेवालों से फुर्सत मिले तो
तुम मुझसे बात कर लेना।
जब सबका दिल भर जाए तो
तुम मुझसे बात कर लेना।
जब तुमको कोई छोड़ के जाए तो
तुम मुझसे बात कर लेना।
अगर गम कोई तुमको सताएं तो
तुम मुझसे बात कर लेना।
रातों को यदि नींद ना आए तो
तुम मुझसे बात कर लेना।
अकेला पन जब तुम्हें डराए तो
तुम मुझसे बात कर लेना।
दिल अगर कभी टूटने लगे तो
तुम मुझसे बात कर लेना।
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