अपने मैं से पुछिए Khudara na puchiya
सबके है ठीक हाल, सब ठीक -ठाक है।
सही है या गलत ये बात, खुदारा दुबारा ना पुछिए।
हम बेरहम सही, मगर ये महफूज़ जगह है।
गए यहां से तो, होगा कितना मलाल खुदारा ना पुछिए।
ऐसे वक्त में हमसे आप, ना पूछें कोई सवाल।
सपने भस्म हुए हवन से, या कफ़न की आग।
मिलने को तो, मिल जाएंगे दोस्त हजारों।
कर पायेगा कोई, हम जैसा प्यार जरा दिल से पुछिए।
मैं क्या मैं रह पाऊंगी?
मेरे बगैर रहना अगर आप सीख भी जाओगे।
दिल रह पाएगा मेरे बगैर, हुजूर जरा दिल से पुछिए।
दिल का होगा जो हाल मुझे कैसे बताओगे।
मैं क्या मैं🥲 रह पाऊंगी, ऐसा है सवाल❓अपने मैं से पुछिए।
लौटकर जब आओगे सबसे पता मेरा पुछोगे।
मिल जाऊ अगर मैं तो क्या पहचान पाओगे।
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