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प्रारंभ नहीं तो अंत बनूं
जानती हूं जी मेरे आने से पहले।
तुम्हारे पास कोई और भी था।
पर मैं नहीं चाहती मेरे बाद
कोई भी तुम्हारे पास आए।
कोई आकर मेरी याद मिटाए।
तूने मुझसे भी ज्यादा उसे चाहा।
मुझे इस पर कोई एतराज़ नहीं।
मैं तुम्हारा प्रारंभ नहीं तो अंत बनूं।
तुम अपना सारा प्यार मुझे दे दो।
किसी को आने की गुंजाइश ना हो।
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