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Tum Apne Sapne me pura Sansar Rahane do |
(1)
साथ ना सही आस-पास रहने दो।
अपनापन का एहसास रहने दो।
नींद में तेरे ही सपने से दरकार रहने दो।
तेरे सपने में आने की जरूरत नहीं मुझको।
चाहे अपने सपने में तुम पूरा संसार रहने दो।
तोड़ना चाहो हर क़सम वादे तुम्हारे है।
मुझमें बस क़ायम मेरा विश्वास रहने दो।
भूलने को भूला दूं हर रंजोगम लेकिन।
तुम भी तो मेरे गम से सरोकार रहने दो।
ना पोंछो मेरे आंसू कोई मलाल नहीं है।
मेरे आंखों में मेरे आंसू बरकरार रहने दो।
(2)
साथ न सही, साया बन रहने दो,
अपनापन का एक स्पर्श बहने दो।
नींदों में बस तेरा ही ख़्वाब आए,
तेरे सपने से मेरा सरोकार रहने दो।
तेरे सपनों में आना ज़रूरी नहीं,
मेरे ख्वाबों में तेरा इंतज़ार रहने दो।
तोड़ो गर चाहे तू सारे कश्मे वादे,
मुझमें विश्वास का उजास रहने दो।
भूल जाऊं मैं सब रंज-ओ-ग़म,
तेरे एहसास का इक आकार रहने दो।
न पोंछो आँसू, कोई शिकवा नहीं,
बस तेरी पलकों में वो खुमार रहने दो।
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