गले लगना V/S गले लगाना
गले लगना —
जैसे कोई बच्चा डर के मारे
माँ की गोद में समा जाए,
बिना कहे, बिना सोचे,
बस उस प्यार की छाया में
खुद को खो दे।
गले लगाना —
जैसे कोई अपने भीतर के स्नेह को
बाहों में समेट कर
किसी को सौंप दे,
एक विश्वास के साथ,
कि यह लो मेरा अपनापन।
गले लगना —
एक पुकार है,
जो भीतर से उठती है
जब हमें किसी की बाँहों में
सुकून चाहिए भय से राहत।
गले लगाना —
एक प्रस्ताव है,
जो दिल से निकलता है
जब हम किसी को
अपना सुकून देना चाहते हैं।
गले लगना —
प्यार को पहचानना।
प्यार विश्वास का प्रतिउत्तर,
गले लगाना —
प्यार को जताना।
जो प्यार से अनभिज्ञ हो,
कभी-कभी,
जब दोनों एक साथ होते हैं,
तो समझना मुश्किल होता है।
असमंजस और दुविधा होता है।
दुनिया थोड़ी कम अकेली लगती है।
गले लगे, गले लगने, गले लगाने का फ़र्क
गले लगे —
जैसे दो दिलों ने
बिना कहे, बिना सोचे
एक-दूसरे को पहचान लिया हो।
वर्षों पहले से ज्ञात यह मिलन है,
जहाँ शब्दों की ज़रूरत नहीं होती।
गले लगने —
जैसे कोई बच्चा
माँ की ममता को महसूस कर
उसके आँचल में छिप जाए।
यह भरोसे की पुकार है,
जो भीतर से उठती है।
गले लगाने —
जैसे कोई अपने स्नेह को
बाहों में भरकर
किसी को सौंप देना चाहे।
यह प्रेम की पहल है,
जो दिल से निकलती है।
गले लगे —
जब दोनों ने एक-दूसरे को,
अतः करण की आवाज पर,
दिल से एक साथ अपनाया।
गले लगने —
जब किसी ने अपनापन पाया।
गले लगाने —
जब किसी ने अपनापन दिया।
तीनों में है एक सी ही धड़कन,
पर दिशा अलग है, भाव अलग है।
एक मिलन है, एक चाह है, एक अभिव्यक्ति।
और जब ये तीनों एक साथ हो जाएं,
तो शायद वही होता है —
जन्म-जन्मांतर का अटूट सच्चा प्रेम।
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