नवंबर की खट्टी‑मीठी यादें त्योहारों की रोशनी लाखों दीप जले, छठ सूर्य उपासना, घर में चहल-पहल, छठ गीत की गूँज, खुशियों का मौसम आया। सर्दी‑खाँ…
Read moreसंस्मरण - समंदर, मैं और भय नवंबर की खट्टी‑मीठी यादें और दिसंबर का स्वागत त्योहारों की रोशनी और यात्रा की उमंग में मेरा मन 😊 नवंबर की शुरुआत दिवाली औ…
Read moreमेरे प्यारे Habuild Family 🙏 मेरी प्रोग्रेस रिपोर्ट देखने आए हो😄 अपने पर ध्यान दो आपमें कई मेरे जैसे खतरनाक शिष्य हैं 😄 मुझे क्या सौरभ सर भी जानत…
Read moreItihas ka kitab lagti hu फोन पर आॉनलाइन देखूं वगैर बात किए लौटूं, ना मैसेज,ना कोई पोस्ट दिल को समझा के लौटूं। कॉल का तो इंतजार भी अब मज़ाक सा लगें,…
Read moreLafzo ke chakkar me parna keyo hai ख्वाब में मिली दौलत है, यह मेरी हैसियत नहीं है। खाली कमरों में फकत साया है, कोई और नहीं है। मेरे फाकापन ने पूरा…
Read moreमैं और मेरी आहत भावना 🏠 मेरा घर, मेरी मानसिक पीड़ा और मेरा अनुभव और मेरी संवेदनाएँ मेरा एक छोटा-सा घर है। हाल ही में उसमें चूहों का प्रकोप हो गया…
Read moreसुनो एक जंगल है मेरे अंदर , वहां जाता हूं तो सब भूल जाता हूं। अब अंधेरे का अभ्यस्त हो गया हूं। रोशनी में जाता हूं तो डर जाता हूं। उनको भी ऐतराज है…
Read more"रिश्तों की चुप्पी और मेरी कविता" भूमिका: ज़िंदगी में कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो बिना किसी शोर के आते हैं, और बिना किसी अलविदा के चले ज…
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