तुझे चाहने की जूनुन में खुदा को ही भूला दिया।
तू मिला ना खुदा मिला यह चाहत का सिला मिला।
तुम्हें क्या खबर यह जूनुन मेरा बहिश्ते इमाम मिला।
किस्मत अच्छी अच्छा वक्त आने से हर बिगड़े काम बनते हैं।
जब सितारे बुलंदी पर हो हरेक मिहनत रंग लाती है।
समय से पहले तोड़े गए फल भी अक्सर ब्यर्थ जाते हैं।
जब भी कोई जिंदगी में सुख - दुःख का हिसाब लगाता है।
परिणाम में अक्सर कर्मों के सिवा कुछ हाथ न आता है।
जुगनू जलकर जब जलते दीए को डराता है।
अंधेरा दूर खड़ा देखता है और मुस्कराता है।
कोई अपना जब भरी महफिल आंखें दिखाता है।
मेरी जिंदगी ने वक्त से साजिश कर मेरे हालात बदल डाले
मैं वहीं हूं जो पहले था जमाने ने अपने ख्यालात बदल डालें।
0 Comments