![]() |
Johotahaihamarichahtkewiprithotahai |
कद को कितना लंबा कर लो,
आने वाला कल देख नहीं सकते।
सुख क्षणिक होता है,
दुःख शाश्वत होता है।
जो होता है हमारी चाहत के
सदा विपरीत होता है।
सुख को चाहना छोड़ दो,
दुःख को क्षणिक,
सुख को शाश्वत पाओगे।
![]() |
Johotahaihamarichahtkewiprithotahai |
आने वाला कल देख नहीं सकते।
सुख क्षणिक होता है,
दुःख शाश्वत होता है।
जो होता है हमारी चाहत के
सदा विपरीत होता है।
सुख को चाहना छोड़ दो,
दुःख को क्षणिक,
सुख को शाश्वत पाओगे।
0 Comments